NEET में गड़बड़ी को लेकर विवाद के बीच पिछले 9 दिनों में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) को UGC-NET सहित 3 बड़ी परीक्षाएं रद्द या स्थगित करनी पड़ी हैं। एक महीने के भीतर दो बड़ी परीक्षाओं को लेकर विवाद और तीसरी परीक्षा के स्थगित होने से इन परीक्षा का आयोजन करने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम नीट यूजी (NEET-UG) को लेकर विवाद अभी थमा भी नहीं था कि पेपर लीक की आशंका के चलते यूजीसी नेट (UGC NET) की परीक्षा भी रद्द कर दी गई। हालांकि, यह ड्रामा यहीं नहीं थमा और आज परीक्षा से चार दिन पहले एनटीए ने एक और बड़ी परीक्षा स्ठगित कर दी है। दरअसल, एनटीए ने सीएसआईआर यूजीसी नेट 2024 (CSIR UGC NET 2024) की परीक्षा को अगली सूचना तक स्थगित कर दिया गया है।
NTA : NEET रद्द करने की मांग, UGC NET रद्द, CSIR UGC NET स्थगित
1.नेशनल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट: परीक्षा 12 जून को दोपहर में हुई थी। शाम को रद्द कर दी। इसे 29,000 छात्रों ने ऑनलाइन मोड में दी। यह परीक्षा 4 साल के इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम में एडमिशन के लिए होती है।
वजह:डेढ़ घंटे तक छात्र लॉग-इन नहीं कर पाए। NTA ने तकनीकी गड़बड़ी बताकर परीक्षा रद्द की। अब तक नई तारीख घोषित नहीं हुई है।।
2. UGC-NET: 18 जून को परीक्षा ली गई थी। 19 जून को रद्द कर दी। देशभर के 9,08,580 छात्रों ने दी। इसमें सफल अभ्यर्थी असिस्टेंट प्रोफेसर, जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए पात्र होते हैं।
वजह: शिक्षा मंत्री ने कहा- टेलीग्राम पर पर्चा आ गया था। मूल पर्चे से मिलाया तो वह मेल खा गया। इसलिए रद्द करनी पड़ी।
3. सीएसआईआर-यूजीसी-नेट: 25 जून से होनी थी, 21 जून को टाली दी। 2 लाख से अधिक छात्रों का रजिस्ट्रेशन था। अभ्यर्थी जूनियर रिसर्च फेलोशिप, लेक्चर-शिप/असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए पात्र होते हैं।
वजह: NTA ने जरूरी परिस्थितियां और लॉजिस्टिक इश्यू बताकर परीक्षा स्थगित करने का हवाला दिया। परीक्षा स्थगित करने की वजह संसाधनों की कमी बताई जा रही है।
कब बना NTA?
साल 2017 में स्थापित नेशनल टेस्टिंग एजेंसी देश के उच्च शिक्षण संस्थानों में एडमिशन/फेलोशिप के लिए एंट्रेंस एग्जाम आयोजित करती है। एजेंसी की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, यह इंडियन सोसायटी रजिस्ट्रेशन एक्ट 1860 के तहत स्थापित एक विशेष और स्वायत्त संस्था है।
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एनटीए के आने के बाद क्या बदला?
एनटीए के आने से पहले मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा आयोजित करने की जिम्मेदारी सीबीएसई (CBSE) और एआईसीटीई (AICTE) जैसे इंस्टीट्यूट के पास थी। एनटीए के जिम्मेदारी संभालने के बाद इन इंस्टीट्यूट पर परीक्षा आयोजित करने का बोझ कम हो गया। इस साल एनटीए द्वारा आयोजित नीट यूजी (NEET UG) के लिए 23 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हुए थे, जबकि सीयूईटी यूजी (CUET UG) के लिए 13.4 लाख और सीयूईटी पीजी (CUET PG) के लिए 99,717 आवेदन आए थे। इसके अलावा देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन्स (JEE Mains) के लिए 14.7 लाख छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। वहीं, एनटीए द्वारा आयोजित एक अन्य प्रमुख परीक्षा यूजीसी नेट (UGC NET) के लिए इस साल 11 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हुए थे।
क्या है NTA की जिम्मेदारी
दरअसल, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी NEET जैसी राष्ट्रीय स्तर की 15 भर्ती परीक्षाएं और फेलोशिप परीक्षाएं आयोजित करता है, जिसमें एक करोड़ से ज्यादा उम्मीदवार हिस्सा लेते हैं। यही कारण है कि यह एनटीए को दुनिया की सबसे बड़ी परीक्षा आयोजित करने वाली एजेंसियों में से एक बनाती है। NTA द्वारा कौन सी परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं?
- सीयूईटी यूजी (CUET UG)
- सीयूईटी पीजी (CUET PG)
- यूजीसी नेट (UGC-NET)
- जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम (JEE)
- कॉमन मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट (CMAT)
- जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (JNUET)
- आईसीएआर ऑल इंडिया एंट्रेंस एग्जाम (ICAR All India Entrance Exam)
- होटल मैनेजमेंट जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम (Hotel Management Joint Entrance Examination)
- ग्रेजुएट फार्मेसी एप्टिट्यूट टेस्ट (Graduate Pharmacy Aptitude Test)
- आईआईएफटी एंट्रेंस एग्जाम (IIFT Entrance Examination)
- IGNOU PhD एंड OPENMAT (MBA) एंट्रेंस एग्जाम
- जॉइंट सीएसआईआर नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (Joint CSIR-National Eligibility Test)
- दिल्ली यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (Delhi University Entrance Test)
- एनुअल रिफ्रेशर प्रोग्राम इन टीचिंग (Annual Refresher Programme in Teaching)
- स्वयं एग्जाम (SWAYAM Exam)
अब देश की दो बड़ी परीक्षा में NTA की लापरवाही की वजह से उसकी पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। वहीं, UGC NET की परीक्षा रद्द करने के बाद, NEET UG देने वाले छात्र सवाल खड़े कर रहे हैं कि जब यूजीसी नेट को कैंसिल किया जा सकता है, तो फिर नीट यूजी को क्यों नहीं किया जा सकता है। हालांकि अभी मामले की सुनवाई चल रही है और 8 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है।