जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कांग्रेस पार्टी को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) को लेकर बार-बार सवाल उठाने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि चुनाव में हार के बाद EVM पर सवाल उठाना और जीत के बाद उसका जश्न मनाना ठीक नहीं है।
अब्दुल्ला ने PTI को दिए इंटरव्यू में कहा, “जब आप EVM के जरिए 100 से ज्यादा सांसद चुनते हैं, तो इसे अपनी जीत बताते हैं। लेकिन जब नतीजे आपके पक्ष में नहीं होते, तो इसे गलत करार देते हैं। यह दोहरा रवैया ठीक नहीं है।” उन्होंने सुझाव दिया कि यदि किसी पार्टी को EVM पर भरोसा नहीं है, तो उसे चुनाव लड़ना ही नहीं चाहिए।
जम्मू-कश्मीर में I.N.D.I.A ब्लॉक की सरकार है। 90 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 46 है। सितंबर-अक्टूबर में हुए चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 42 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस को 6 सीटें मिलीं। इस तरह कांग्रेस के सहयोग से नेशनल कॉन्फ्रेंस ने सरकार बनाई है।
उमर अब्दुल्ला का यह बयान कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के बीच बढ़ते मतभेदों को दिखाता है। EVM को लेकर विवाद पहले भी कई बार उठ चुका है, लेकिन अब्दुल्ला ने इसे गैर-जरूरी मुद्दा बताते हुए राजनीतिक दलों को गंभीरता से चुनाव प्रक्रिया पर विचार करने की सलाह दी है।