भगवान शिव की नगरी काशी (Kashi) से शिव को ही गायब कर दिया गया। 13 फरवरी 2020 की रात से गायब शिव का अब तक कुछ पता नहीं चला है। कभी शिव को साथ ले जाने से इंकार करने वाली लंका पुलिस अब इलाहाबाद कोर्ट को बता रही है कि शिव कभी वापस नहीं आएगा। उसकी मौत हो चुकी है।
बीएचयू कैंपस से गायब हुआ था शिव
शिव कुमार त्रिवेदी। (Shiv Kumar Trivedi) मध्यप्रदेश (Madhy pradesh) के पन्ना (Panna) जिला अंतर्गत ब्रजपुर गांव का युवा। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से बीएससी (BSC) कर रहा था। सेकंड ईयर का छात्र था। कोरोना संक्रमण काल की शुरुआत से पहले 13 फरवरी 2020 को विश्वविद्यालय कैंपस (University Campus) से लंका थाने की पुलिस उसे उठाकर ले जाती है। जब परिवार एवं कैंपस के छात्र पूछताछ करते हैं कि पुलिस कहती है कि उसने शिव को उठाया ही नहीं। मामला तूल करने पर कहती है कि उसने तो शिव को तुरंत छोड़ दिया था। मगर, दो साल बाद जब हाल में इलाहाबाद कोर्ट (Allahabad Court) में मामले की सुनवाई होती है तो वही लंका पुलिस कहती है कि शिव कुमार त्रिवेदी (Shiv Kumar Trivedi) अब कभी वापस नहीं आएगा। उसकी मौत हो चुकी है। कोर्ट में अब 14 जुलाई को सुनवाई होनी है।
सीबीसीआईडी कर रही मामले की जांच
छात्र शिव कुमार त्रिवेदी (Shiv Kumar Trivedi) के गायब होन के मामले की जांच फिलहाल सीबीसीआईडी (CBCID) कर रही है। दो साल से यह जांच चल रही है, मगर अब तक यह सच्चाई सामने नहीं आई है कि आखिर शिव विश्वविद्यालय कैंपस से गायब कैसे हो गया।
सीनियर छात्र ने डायल 112 पुलिस को बुलाया था
छात्र शिव के सीनियर अर्जुन सिंह ने 13 फरवरी 2020 की रात डायल 112 पुलिस को कैंपस में बुलाया था। अर्जुन ने बताया है कि उन्हें लगा कैंपस में कोई नशा करने के लिए बैठा है, इसलिए उन्होंने पुलिस को बुलाया था। उनके सामने लंका थाने (Lanka Police Station) की डायल 112 पुलिस (Dial 112 Police) शिव को पकड़कर ले गई थी। यह भी कहा था कि कुछ देर बाद इसे छोड़ देंगे। इसके बाद उन्होंने शिव की खोज खबर नहीं ली। मगर, जब उसके पिता प्रदीप कुमार त्रिवेदी ने विश्वविद्यालय कैंपस और शहर में शिव की गुमशुदगी के इश्तेहार बंटवाए तब अर्जुन को पूरा मामला याद आया। इस पर उन्होंने शिव के पिता को पूरी बात बताई, जिसके बाद से पुलिस की संदिग्ध भूमिका सामने आई है।