इस मानसून की बारिश सरकार के सारे विकास की पोल खोल रही है। पहली बारिश में अयोध्या में राम मंदिर की छत से टपकता पानी, फिर एयरपोर्ट से वाटर फाल और अब नई संसद (New Parliament) की छत से पानी टपकने का मामला सामने आ रहा है। सोशल मीडिया पर कई सारे वीडियो शेयर किए जा रहे हैं। शेयर किए जा रहे वीडियो में नई संसद भवन के अंदर पानी का रिसाव देखा गया। वीडियो में देखा जा सकता है कि छत से पानी का रिसाव हो रहा है और गिरते हुए पानी को फैलने से रोकने के लिए फर्श पर बकेट रखी गई है। अब इसको लेकर विपक्ष के नेता सरकार पर निशाना साध रहे हैं।
‘पेपर लीकेज आउटसाइड, वॉटर लीकेज इनसाइड…’
कांग्रेस नेता ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “बाहर पेपर लीकेज, अंदर वॉटर लीकेज। राष्ट्रपति द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली संसद लॉबी में हाल ही में पानी का रिसाव, नए भवन में मौसम संबंधी समस्याओं को उजागर करता है, जो कि निर्माण पूरा होने के सिर्फ एक साल बाद ही सामने आई है। इस मुद्दे पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव पेश किया गया।
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‘नई संसद से अच्छी तो…’
समाजवादी पार्टी प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “इस नई संसद से अच्छी तो वो पुरानी संसद थी, जहां पुराने सांसद भी आकर मिल सकते थे। क्यों न फिर से पुरानी संसद चलें, कम-से-कम तब तक के लिए, जब तक अरबों रुपयों से बनी संसद में पानी टपकने का कार्यक्रम चल रहा है।”
अखिलेश ने आगे कहा कि जनता पूछ रही है कि बीजेपी सरकार में बनी हर नई छत से पानी टपकना, उनकी सोच-समझकर बनायी गयी डिज़ाइन का हिस्सा होता है या फिर…