बेरमो: झारखंड में इन दिनों नक्सलियों की उपस्थिति पुन: नजर आने लगी है। बता दें बेरमो अनुमंडल के नावाडीह प्रखंड के ऊपरघाट स्थित पेंक नारायणपुर थाना क्षेत्र में भाकपा माओवादियों के द्वारा पीएलजीए के स्थापना सप्ताह 2 से 8 दिसंबर को लेकर व्यापक पैमाने पर विभिन्न स्थानों पर पोस्टरबाजी की है। चुनाव के दौरान भी नक्सलियों की पोस्टर बाजी सामने आई थी जिसमें उन्होने जनता को बीजेपी के खिलाफ वोटिंग करने का परामर्श दिया था। वहीं अब पेंक थाना क्षेत्र में विगत दस दिनों के दरम्यान भाकपा माओवादियों के द्वारा लगातार दूसरी बार पोस्टरबाजी की घटना हुई है। ये वारदात संकेत देती है कि ऊपरघाट के अपने समाप्त होते जनाधार के बीच एक बार फिर से पैर पसारने की तैयारी में वे लग गये हैं।
थाना क्षेत्र के पिलपिलो स्थित उच्च विद्यालय के सामने मैदान की चहारदीवारी, सड़क किनारे लगे बोर्ड, टेहरवासिरी, पिपराडीह, हरलाडीह, नारायणपुर, काछो, कंजकिरो के गोवारडीह आदि स्थानों पर पोस्टरबाजी के साथ-साथ सड़क किनारे पोस्टरों को रखकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का प्रयास किया है। भाकपा माओवादियों ने लगातार दूसरी बार पोस्टरबाजी कर सभी को सकते में डाल दिया है। इसके पूर्व विधानसभा के चुनाव के पूर्व 15 नवंबर की रात्रि क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर चुनाव बहिष्कार को लेकर पोस्टरबाजी की गई थी।
भाकपा माओवादियों के पोस्टरों में लिखा गया है “पार्टी पीएलजीए संयुक्त मोर्चा को गांव-गांव व इलाके-इलाके में व्यापक पैमाने पर निर्माण व मजबूत करने के काम को तेज करें, वर्ग संघर्ष एवं छापामार युद्ध को तेज व व्यापक करें, दंडकारण्य में ड्रोन हमलों, बिहार व झारखंड में मोर्टार व रॉकेट लॉंचरों से अंधाधुंध गोलीबारी का विरोध करें, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी भाकपा माओवादी लिखा गया है। उपरोक्त क्षेत्र के ग्रामीणों का कहना था कि पोस्टरों को साटने एवं विभिन्न स्थानों पर सड़क किनारे फेंककर भाकपा माओवादी के लोग चले गए होंगे। पोस्टरबाजी की सूचना पाकर पेंक नारायणपुर थाना की पुलिस ने कई स्थानों पर साटे गये पोस्टरों को उखाड़ दिया। जबकि कई स्थानों पर पोस्टर सटे हुए और सड़क किनारे पड़े हुए थे। भाकपा माओवादियों द्वारा इलाके में पोस्टरबाजी के बारे में पूछे जाने पर पेंक नारायणपुर थाना प्रभारी अनिल लिंडा ने कहा कि उन्हें ऐसी सूचना नहीं है।