बिहार में तेज हुई सियासी हलचल के बीच रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में एनडीए की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें गठबंधन के सभी पांचों सहयोगी दलों के नेता शामिल हुए। बैठक के बाद लोजपा (आर) अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने प्रेस को संबोधित किया और कई अहम बातें सामने रखीं।
चिराग पासवान ने स्पष्ट कर दिया कि एनडीए पूरी ताकत के साथ बिहार चुनाव में उतरेगा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि “एनडीए पूरी तरह एकजुट है, जबकि महागठबंधन बिखरा हुआ नजर आ रहा है। कांग्रेस और आरजेडी के बीच वर्चस्व की लड़ाई जारी है, सीट बंटवारे को लेकर घमासान मचा हुआ है। वहीं, कांग्रेस ने एक ऐसे नेता को अपना चेहरा बनाया है, जो अपनी यात्रा में खुद ही एनडीए सरकार के विकास कार्यों को गिना रहे हैं।”
NDA का मिशन 225: चुनाव से पहले धुआंधार प्रचार की तैयारी
बैठक में एनडीए ने 225 सीटों पर जीत का लक्ष्य तय किया है। इसके लिए चुनाव से पहले संयुक्त चुनावी अभियान चलाने की योजना बनाई गई है। बैठक में यह भी चर्चा हुई कि केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों को जनता तक कैसे पहुँचाया जाए और विपक्ष के हमलों का जवाब कैसे दिया जाए।
महागठबंधन में उठापटक, एनडीए में उत्साह
बैठक में मौजूद एनडीए नेताओं का कहना था कि जहां एक ओर भाजपा, जदयू, लोजपा (आर), हम और आरएलजेपी मिलकर एकजुट दिख रहे हैं, वहीं महागठबंधन में लगातार मतभेद बढ़ रहे हैं। आरजेडी और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर संघर्ष जारी है, जिससे विपक्ष कमजोर होता दिख रहा है।