नीट 2024 पेपर लीक कांड में अब कार्रवाई तेज हो गई है। गुरुवार सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीमों ने कुख्यात पेपर माफिया संजीव मुखिया के नेटवर्क पर एक साथ छापेमारी कर तहलका मचा दिया। ED की छापेमारी पटना और रांची में संजीव मुखिया के बेटे डॉ. शिव और मुख्य आरोपी सिकंदर यादवेंदु के ठिकानों पर की गई, जिसमें बड़ी मात्रा में डिजिटल सबूत, लेन-देन की रसीदें और संदिग्ध बैंकिंग डेटा बरामद हुआ है।
पेपर माफिया के पैसे का खेल: अब जांच मनी लॉन्ड्रिंग एंगल से
पेपर लीक से कमाए गए काले धन को वैध बनाने (money laundering) की पूरी श्रृंखला की जांच की जा रही है। ED की दिल्ली यूनिट के नेतृत्व में हुई यह छापेमारी अब केवल शिक्षा क्षेत्र के भ्रष्टाचार तक सीमित नहीं है, बल्कि आर्थिक अपराधों की गहराई में उतर चुकी है।
Interstate Syndicate पर शिकंजा: वर्षों से था फर्जीवाड़े का नेटवर्क
संज़ीव मुखिया और उसका गैंग सिर्फ NEET ही नहीं, SSC, रेलवे, BPSC और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में भी पेपर लीक का संगठित अपराध करता रहा है। छात्रों से लाखों-करोड़ों की उगाही, फर्जी कॉल सेंटर, एजेंट नेटवर्क और डिजिटल भुगतान माध्यम के जरिए यह माफिया वर्षों से एक्टिव रहा। अब ईडी की जांच का फोकस इस काले साम्राज्य की आर्थिक नसों पर है।