नई दिल्ली/इस्लामाबाद/बीजिंग – भारत और बांग्लादेश के बीच जारी राजनयिक तनाव के बीच चीन और पाकिस्तान की ओर से तेज़ कूटनीतिक और सैन्य गतिविधियाँ सामने आई हैं। पाकिस्तान एयरफोर्स के प्रमुख एयर चीफ मार्शल जहीर अहमद बाबर सोमवार को अचानक चीन के दौरे पर पहुंचे, जहाँ उन्होंने चीनी रक्षा मंत्री डोंग जून से मुलाकात की। यह बैठक ऐसे वक्त में हुई है जब बांग्लादेश में भारत विरोधी गतिविधियों को लेकर क्षेत्र में संवेदनशीलता बढ़ी हुई है।
बैठक में दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग को और तेज़ करने पर ज़ोर दिया गया। चीनी रक्षा मंत्री ने पाकिस्तान को ‘आयरन ब्रदर’ बताते हुए कहा कि दोनों सेनाओं ने रणनीतिक संवाद, संयुक्त सैन्य अभ्यास और प्रशिक्षण के क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है।
बढ़ती सैन्य साझेदारी और रणनीतिक संदेश
चीनी मीडिया के मुताबिक, दोनों देशों ने ‘शाहीन’ नामक संयुक्त सैन्य अभ्यास को लेकर उत्साह जताया। डोंग जून ने स्पष्ट किया कि यह अभ्यास न केवल सैन्य संवाद को मज़बूत करता है, बल्कि क्षेत्रीय स्थिरता के लिए भी अहम है। वहीं पाकिस्तानी वायुसेना प्रमुख ने कहा कि पाकिस्तान चीन के साथ संस्थागत सैन्य सहयोग, संवाद और बड़े स्तर के अभ्यासों को और गहराना चाहता है।
पाकिस्तान, चीन के साथ मिलकर जेएफ-17 लड़ाकू विमान का निर्माण कर चुका है और हाल ही में उसने चीनी जे-10C फाइटर जेट भी अपने बेड़े में शामिल किए हैं। इसके अलावा, पाकिस्तान अब चीन से पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान खरीदने की तैयारी में है, जिसकी ट्रेनिंग फिलहाल चल रही है।
बांग्लादेश की भूमिका और एलओसी पर हलचल
सूत्रों के अनुसार, बांग्लादेश की मौजूदा सरकार के भारत से तल्ख संबंधों के चलते चीन और पाकिस्तान ने दक्षिण एशिया में रणनीतिक मोर्चाबंदी तेज़ कर दी है। चीन बांग्लादेश में एक नया एयरबेस स्थापित करने की योजना बना रहा है, जबकि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई कथित रूप से म्यांमार सीमा पर रोहिंग्या गुटों को सक्रिय करने में जुटी है।
वहीं, भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा (LoC) पर हाल के दिनों में फायरिंग की घटनाएं बढ़ी हैं। रक्षा विश्लेषकों का मानना है कि पाकिस्तान की यह आक्रामकता बांग्लादेश में बदलते समीकरणों के मद्देनज़र एक समन्वित जवाबी रणनीति का हिस्सा हो सकती है।
भारत को F-35 का ऑफर, सामरिक दौड़ तेज़
भारत को अमेरिका की ओर से अत्याधुनिक एफ-35 फाइटर जेट्स का प्रस्ताव मिला है, जो राफेल जेट्स के बाद उसकी हवाई ताक़त को और मज़बूती देगा। विशेषज्ञ मानते हैं कि क्षेत्र में बढ़ती सैन्य होड़ के बीच चीन और पाकिस्तान की नज़दीकी भारत के लिए एक सामरिक चुनौती पेश कर सकती है।