केंद्रीय गृह मंत्री (Union Home Minister) और सहकारिता मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने गुरुवार को अंग्रेजी के विकल्प के रूप में हिंदी को स्वीकार करने की आवश्यकता पर जोर दिया, न कि स्थानीय भाषाओं के लिए। गृह मंत्री का यह बयान तब आया है जब वह यहां संसद परिसर में संसदीय राजभाषा समिति की 37वीं बैठक की अध्यक्षता कर रहे थें।
कैबिनेट का 70 प्रतिशत एजेंडा हिंदी में
शाह ने कहा कि अंग्रेजी के विकल्प के रूप में हिंदी को स्वीकार किया जाना चाहिए न कि स्थानीय भाषाओं के लिए। उन्होंने कहा कि समय आ गया है कि हिन्दी भाषा को देश की एकता का महत्वपूर्ण अंग बनाया जाए। शाह ने कहा कि जब राज्यों के नागरिक एक-दूसरे से संवाद करते हैं, तो यह एक भारतीय भाषा होनी चाहिए, चाहे वह क्षेत्रीय हो या राज्य-विशिष्ट। केंद्रीय गृह मंत्री ने समिति के सदस्यों को बताया कि अब कैबिनेट के एजेंडे का 70 प्रतिशत हिस्सा हिंदी में तैयार किया गया है।
पूर्वोत्तर के सभी आठ राज्यों में दसवीं कक्षा तक के स्कूलों में हिंदी
अमित शाह ने कहा, पूर्वोत्तर के आठ राज्यों में 22,000 हिंदी शिक्षकों की नियुक्ति कर दी गई है। साथ ही, उत्तर पूर्व के नौ आदिवासी समुदायों ने अपनी बोलियों की लिपियों को देवनागरी में बदल दिया है। इसके अलावा, पूर्वोत्तर के सभी आठ राज्यों में दसवीं कक्षा तक के स्कूलों में हिंदी अनिवार्य करने पर सहमति बनी है। केंद्रीय गृह मंत्री ने तीन मुख्य बिंदुओं पर जोर दिया।
तीन मुख्य बिंदुओं पर जोर
एक यह है कि समिति से अनुरोध है कि रिपोर्ट के पहले से 11वें खंड तक की गई सिफारिशों के कार्यान्वयन के लिए जुलाई में एक बैठक आयोजित की जाए। शाह ने कहा कि राजभाषा समिति के सचिव उस बैठक में खंडवार रिपोर्ट के क्रियान्वयन की जानकारी सदस्यों को दें। दूसरा उन्होंने कक्षा 9 तक के छात्रों को हिंदी का प्रारंभिक ज्ञान देने और हिंदी शिक्षण परीक्षाओं पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता पर बल दिया। तीसरा केंद्रीय गृह मंत्री ने हिंदी शब्दकोश को संशोधित कर पुनः प्रकाशित करने का सुझाव दिया।
सरकार चलाने का माध्यम राजभाषा
राजभाषा समिति के अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फैसला किया है कि सरकार चलाने का माध्यम राजभाषा है और इससे निश्चित रूप से हिंदी का महत्व बढ़ेगा। बैठक में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा और राजभाषा संसदीय समिति के उपाध्यक्ष भर्तृहरि महताब और समिति के अन्य सदस्य भी मौजूद थें।