बिहार के उत्क्रमित और नव पदस्थापित उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक की नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। शिक्षा विभाग ने नवनियुक्त प्रधानाध्यापकों को प्रखंड और विद्यालय आवंटित कर दिए हैं। इस संबंध में निदेशक, प्राथमिक शिक्षा साहिला द्वारा आदेश जारी किया गया है। शिक्षा विभाग ने बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) को 6061 रिक्त पदों पर प्रधानाध्यापक की बहाली के लिए सिफारिश भेजी थी। इसके आलोक में BPSC ने 5971 सफल अभ्यर्थियों की अनुशंसा विभाग को सौंपी थी। इसके बाद इन अभ्यर्थियों की काउंसलिंग प्रक्रिया आयोजित की गई, जिसमें से 5731 अभ्यर्थियों के कागजात सही पाए गए।
शिक्षा विभाग ने पहले ही 30 जून 2025 को प्रमंडल एवं जिला आवंटित कर दिए थे। इसके साथ ही प्रत्येक अभ्यर्थी से उस जिले के पांच प्रखंडों का विकल्प मांगा गया था, ताकि विद्यालयों में पदस्थापन किया जा सके।
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अब 11 जुलाई को हुई समिति की बैठक के बाद, समिति की अनुशंसा के आधार पर कुल 5728 सफल अभ्यर्थियों को जिला, प्रखंड और विद्यालय का अंतिम रूप से आवंटन कर दिया गया है। यह निर्णय राज्य में विद्यालय प्रशासन को सशक्त बनाने और शैक्षणिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार, जल्द ही सभी नवनियुक्त प्रधानाध्यापकों को उनके संबंधित विद्यालयों में योगदान देने का निर्देश दिया जाएगा। विभाग का उद्देश्य है कि नए शैक्षणिक सत्र से पहले सभी स्कूलों में प्रधानाध्यापकों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए, ताकि शैक्षणिक और प्रशासनिक कार्यों में गति लाई जा सके।