Bihar Politics : शनिवार की सुबह बिहारवासियों के लिए एक उम्मीद की किरण लेकर आई, जब राज्यभर में यह खबर तेज़ी से फैली कि बिहार सरकार हर महीने 100 यूनिट मुफ्त बिजली देने जा रही है। समाचार चैनलों, सोशल मीडिया और न्यूज पोर्टलों पर यह खबर दिनभर ट्रेंड करती रही। लेकिन शाम होते-होते स्थिति पूरी तरह पलट गई, जब वित्त विभाग ने इस खबर को ‘भ्रामक’ और ‘तथ्यों से परे’ करार देते हुए इसे सिरे से खारिज कर दिया।

वित्त विभाग का यू-टर्न
शाम 4:17 बजे वित्त विभाग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए साफ कहा कि कतिपय संचार माध्यमों में यह सूचना प्रसारित हो रही है कि वित्त विभाग ने प्रत्येक माह 100 यूनिट मुफ्त बिजली के प्रस्ताव पर सहमति दी है। यह पूरी तरह भ्रामक और असत्य है। इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। इसके बाद विपक्षी दलों ने सरकार पर हमला बोलने में देर नहीं की।
Bihar News: बिहार में 100 यूनिट मुफ्त बिजली योजना: सरकार ने किया स्पष्ट, ‘ये खबर पूरी तरह झूठी’
RJD का हमला
राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति यादव ने सरकार की नीयत और नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह साफ है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब अपने फैसलों पर टिक नहीं पाते। पहले यह खबर फैलाई गई कि 100 यूनिट बिजली फ्री दी जाएगी और अब सरकार यू-टर्न ले रही है। जब मुख्यमंत्री अपने वादों से पलट सकते हैं, तो सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना जैसे अहम फैसलों से भी पलट सकते हैं।”

कांग्रेस ने भी साधा निशाना
कांग्रेस प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने कहा कि जेडीयू और आरजेडी, दोनों ने मिलकर एक झूठा प्रचार चलाया। पूरे दिन यह दावा किया गया कि वित्त विभाग ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी है, जबकि हकीकत यह है कि ऐसा कोई प्रस्ताव भेजा ही नहीं गया।”

जेडीयू का पलटवार
सरकार की तरफ से सफाई देने और विपक्ष पर पलटवार करने की ज़िम्मेदारी जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने उठाई। उन्होंने तीखे शब्दों में कहा कि राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव खुद एक सजायाफ्ता व्यक्ति हैं और अब उनके राजनीतिक वारिस जनता को ‘फ्री’ शब्द का ज्ञान दे रहे हैं। यह हास्यास्पद है। जो खुद सरकारी सब्सिडी में रह रहे हैं, उन्हें मुफ्त बिजली पर नैतिकता की बात नहीं करनी चाहिए।”