मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार की राजनीति में एंट्री को लेकर सियासी हलचल तेज होती जा रही है। 9 साल बाद मुख्यमंत्री आवास में होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में जदयू के सभी बड़े नेता शामिल हुए। सीएम नीतीश के बेटे निशांत कुमार पहली बार जदयू नेताओं से मिले और सार्वजनिक रुप से होली खेली।
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होली के अवसर पर आयोजित एक समारोह में, निशांत ने पहली बार जदयू (जनता दल यूनाइटेड) के नेताओं से मुलाकात की। इस समारोह का आयोजन मुख्यमंत्री आवास पर किया गया था। होली के अवसर पर पहली बार जेडीयू के नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं तक से निशांत कुमार गर्मजोशी से मिल रहे थे। निशांत का किसी नेता या मंत्री से मिलना कोई बड़ी बात भी नहीं है, लेकिन उन्हें इसके पहले किसी मौके पर जेडीयू के लोगों (कार्यकर्ताओं) से इतना घुल मिल कर मिलते नहीं देखा गया था, इसलिए फिर एक बार कयासों का सिलसिला शुरू हो गया है।

इससे पहले, पटना स्थित जदयू कार्यालय के बाहर कई पोस्टर लगाए गए थे, जिनमें लिखा था, “बिहार की जनता करे पुकार, निशांत का राजनीति में है स्वागत।” इन पोस्टरों ने राजनीतिक हलकों में चर्चा को और तेज कर दिया है कि क्या निशांत कुमार सक्रिय राजनीति में कदम रखने वाले हैं। सभी पोस्टरों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ निशांत के भी बड़े बड़े फोटो लगे हैं। एक अन्य पोस्टर में उन्हें होली और रमजान की शुभकामनाएं दी गई थीं और पार्टी में शामिल होने की अपील की गई थी।

हालांकि, निशांत कुमार ने अभी तक सक्रिय राजनीति में आने के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। लेकिन उनके पिता नीतीश कुमार को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की उनकी इच्छा स्पष्ट है। उन्होंने पहले ही एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) से भी अपील की थी कि नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किया जाए।