पटना का मरीन ड्राइव कहे जाने वाले जेपी गंगा सेतु के पूरे खंड के उद्घाटन के मात्र 3 दिन बाद ही पुल में दरार आने की खबरों के बाद पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने बुधवार को निरीक्षण किया। विभाग के अधिकारियों के साथ उन्होंने जेपी गंगा सेतु के कथित दरार वाले हिस्से का निरीक्षण किया। साथ ही पुल को पूरी तरह से सुरक्षित बताते हुए दावा किया की जेपी सेतु में कोई दरार नहीं है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट योजना सेतु पथ 3831 करोड़ की लागत से दीदारगंज से दीघा घाट तक 20.5 किलोमीटर का गंगापथ तैयार हुआ, जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 10 अप्रैल को किया। लेकिन दो दिन बाद ही पूल में दरार की सूचना आई, जहां अधिकारियों में हड़कंप मच गया तो आज स्थल का निरीक्षण करने के लिए पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन दीदारगंज पहुंचे।
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उन्होंने नक्शा और पुल से मिलान किया और बताया कि कुछ टेक्निकल प्रॉब्लम हुई है, इसे दरार नहीं कहा जा सकता है। पुल में कुछ नहीं हुआ है, जो पुल के बाद सड़क बनती है उसमें गैपिंग आई है। वह टेक्निकल रूप से रखा जाता है। उसे ठीक किया जा रहा है, भविष्य में ऐसी कोई समस्या ना हो उसका अभी निराकरण किया जा रहा है।

बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले सप्ताह ही जेपी गंगा पथ परियोजना के अंतर्गत दीघा से दीदारगंज तक के नवनिर्मित पथांश का लोकार्पण किया था। जेपी गंगा पथ की दीघा से दीदारगंज तक कुल लंबाई 20.5 किलोमीटर है। पथ निर्माण विभाग ने पटना शहर में गंगा नदी के दक्षिणी तट पर 3831 करोड़ रुपये की लागत से दीघा से दीदारगंज तक चरणबद्ध तरीके से इसका निर्माण कराया है। इसका शिलान्यास लोकनायक जयप्रकाश नारायण के जन्मदिवस पर 11 अक्टूबर 2013 को किया गया था, उनके ही नाम पर इसका नामकरण जेपी गंगा पथ किया गया है।