बिहार विधानसभा में सोमवार को बजट सत्र के दौरान जब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बोलने के लिए खड़े हुए, तो पूरा सदन मानो तंज और कटाक्षों का अखाड़ा बन गया। तेजस्वी ने अपनी चिरपरिचित शैली में सरकार पर तीखा हमला बोला और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी पर खासतौर से निशाना साधा। तेजस्वी यादव ने अपने भाषण में सम्राट चौधरी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि “मुख्यमंत्री ने डिप्टी सीएम का मुरेठा तो खुलवा दिया, लेकिन दिमाग की बत्ती जली नहीं।” उनका इशारा स्पष्ट था—बिहार की मौजूदा सरकार दिखावे की राजनीति कर रही है, लेकिन असल मुद्दों पर कोई काम नहीं हो रहा है।
इसके बाद तेजस्वी ने एक और विवादित टिप्पणी करते हुए कहा, “सम्राट चौधरी ने लौंडा डांस का जिक्र किया था, लेकिन वो खुद उसी कैटेगरी में आते हैं। ये ताली बजाने का ही काम करते थे।” तेजस्वी ने बिहार की सांस्कृतिक परंपरा का हवाला देते हुए बताया कि लौंडा नाच यहां की परंपरा का हिस्सा रहा है, लेकिन इसे नीचा दिखाने की कोशिश की जा रही है।
तेजस्वी ने अपनी पूरी ताकत से सरकार को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की। उन्होंने बिहार में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते हुए कहा, “बिना रिश्वत के यहां कोई काम नहीं होता। अंचल कार्यालयों में इतना भ्रष्टाचार है कि अधिकारी डीएम तक की नहीं सुनते। दाखिल-खारिज कराने के लिए रिश्वत देना अनिवार्य हो गया है।” उन्होंने दावा किया कि अगर उनकी सरकार आई, तो वे भ्रष्ट अधिकारियों को सीधे खड़ा करके काम करवाएंगे।
तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा, “जिस शासन का इकबाल खत्म हो जाए, तो उसका पालन चौकीदार भी नहीं करते। और यही हाल मुख्यमंत्री जी के साथ हो रहा है।” उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार की विश्वसनीयता पूरी तरह खत्म हो गई है और प्रशासनिक तंत्र बेलगाम हो चुका है।
तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार और बिहार सरकार दोनों पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार का बजट भले ही बढ़ा दिया गया हो, लेकिन “नीति आयोग की रिपोर्ट बताती है कि बिहार आज भी देश का सबसे गरीब राज्य है।” उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि बिहार को बजट में पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया गया।
तेजस्वी ने सदन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हालिया बयान पर भी निशाना साधा। नीतीश कुमार ने एक विधायक को मोबाइल देखकर सवाल पूछने पर कहा था, “ऐसे ही चलता रहा तो 10 साल में दुनिया खत्म हो जाएगी।” इस पर तेजस्वी ने चुटकी लेते हुए कहा, “कुछ बचा है? दुनिया तो खत्म ही होने वाली है!” उनके इस तंज पर सदन में ठहाके भी लगे, लेकिन सत्ता पक्ष असहज हो गया।
बीजेपी पर भी कसा तंज—”पिछलग्गू ही बने रहेंगे?”
तेजस्वी ने बीजेपी को भी निशाने पर लेते हुए कहा कि वे हमेशा दूसरों के सहारे चुनाव लड़ते हैं। उन्होंने कटाक्ष भरे अंदाज में कहा, “आप लोग पिछलग्गू ही बने रहेंगे क्या? अटल जी का सपना कब पूरा करेंगे? इस बार अकेले चुनाव लड़ लीजिए।” उनका इशारा इस बात की ओर था कि बिहार में बीजेपी कभी अकेले दम पर सरकार नहीं बना पाई है और उसे हमेशा सहयोगी दलों की जरूरत पड़ती है।