राजनीतिक हलचल और प्रशासनिक खामोशी के सत्रह दिनों के अंतराल के बाद सोमवार को बिहार की सत्ता के गलियारों में एक बार फिर “फैसलों की बारिश” हुई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आयोजित नीतीश कैबिनेट की अहम बैठक में 34 महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर मुहर लगाई गई।
बिहार सचिवालय स्थित कैबिनेट हॉल में यह बैठक सुबह 11 बजे शुरू हुई, जबकि शुरुआत में इसका समय शाम 4 बजे तय किया गया था। अंतिम क्षणों में अचानक समय बदला गया, जिसने राजनीतिक गलियारों में हलचल और जिज्ञासा दोनों बढ़ा दी।
यह कैबिनेट बैठक इसलिए भी खास मानी जा रही है क्योंकि 8 अप्रैल के बाद पहली बार नीतीश सरकार ने इतने बड़े पैमाने पर निर्णय लिए हैं। पिछली बैठक में जहां 27 एजेंडों को स्वीकृति मिली थी, वहीं इस बार यह आंकड़ा बढ़कर 34 तक पहुंच गया—यह दर्शाता है कि सरकार अब तेज गति से फैसले लेने के मोड में आ चुकी है।





