फर्जी काल मामले में घिर DGP के बचाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बचाव में उतर गए हैं। आज जब मीडिया कर्मियों ने उनसे DGP को लेकर सवाल किया तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुछ ऐसा जिसपर अब सियत शुरू हो गई है। दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कुछ गलती हुई है। उसका रियलाइजेशन हो गया तो फिर उस पर ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहिए। सीएम ने आगे कहा कि वैसे भी उनके रिटायरमेंट में कितना वक्त बचा है? उनके इस बयान पर बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने पलटवार किया है।
नीतीश से पूछा सवाल
सुशील कुमार मोदी ने सीएम नीतीश कुमार से सवाल करते हुए पूछा कि बिहार के चीफ जस्टिस बनकर जो व्यक्ति एक दर्जन से ज्यादा बार फोन कर रहा हो। पर आपने एक बार भी वेरीफाई नहीं किया फर्जी कॉल है या नहीं? उन्होंने पूछा कि क्या कोई चीफ जस्टिस अपने मोबाइल से एसपी के लिए बीजेपी को फोन करता है वह भी एक बार नहीं एक दर्जन बार? आपने उसके फर्जी फोन के आधार पर आदित्य कुमार जो गया के एसपी थे शराब के मामले में जिस पर FIR दर्ज हुआ उनके क्लोजर रिपोर्ट दाखिल करवा दी।
निष्पक्ष एजेंसी से कराई जाए जांच
नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए सुशील मोदी ने कहा कि बिहार में शराबबंदी के मामले में करीब 4 लाख से ज्यादा लोग आप ने जेल भेजा और जब एक एसपी पर आरोप लगा उसे दोषमुक्त कर दिया गया। सुशील मोदी ने आदित्य कुमार और डीजीपी के संबंध को लेकर भी सवाल खड़ा किया। साथ ही मामले की जांच निष्पक्ष एजेंसीयों से करने की मांग की