बिहार की राजनीति एक बार फिर सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो के केंद्र में आ गई है, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar Hijab Controversy) पर एक महिला का हिजाब हटाने की कोशिश का आरोप लगाया जा रहा है। वीडियो के सामने आने के बाद सियासी हलकों से लेकर आम लोगों तक में तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। इस पूरे विवाद पर अब गवर्नमेंट टिब्बी कॉलेज एंड हॉस्पिटल (GTCH) के प्रिंसिपल प्रोफेसर (डॉ.) मोहम्मद महफूजुर रहमान का बयान सामने आया है, जिसने मामले को एक नया दृष्टिकोण देने की कोशिश की है।
डॉ. रहमान ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि वीडियो को गलत संदर्भ में पेश किया जा रहा है और इससे एक साधारण घटना को बेवजह धार्मिक रंग दिया जा रहा है। उनके अनुसार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने न तो हिजाब खींचा और न ही किसी तरह से इस्लाम या मुस्लिम समुदाय का अपमान किया। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के दौरान जब छात्र-छात्राएं जश्न मना रहे थे, बधाई दे रहे थे और सेल्फी ले रहे थे, तभी मुख्यमंत्री ने देखा कि एक छात्रा की सेल्फी ठीक से नहीं आ रही है। इसी संदर्भ में उन्होंने पहले उससे हिजाब हटाने को कहा और बाद में स्वयं उसे हटाया, लेकिन इसमें किसी तरह की दुर्भावना नहीं थी।
बिना नंबर प्लेट के वाहनों पर होगी कार्रवाई.. अब ट्रक पकड़ा गया तो थाना और अफसर भी होंगे जिम्मेदार
डॉ. रहमान ने यह भी जोर देकर कहा कि इस घटना से इस्लाम को कोई खतरा नहीं है और न ही मुख्यमंत्री का उद्देश्य किसी मुस्लिम लड़की को नीचा दिखाना था। उन्होंने सवाल उठाया कि एक छोटी सी बात को इतना बड़ा मुद्दा क्यों बनाया जा रहा है और क्यों इसे हिंदू-मुस्लिम एंगल से जोड़ने की कोशिश की जा रही है। उनके मुताबिक यह पूरी तरह से गलत और भ्रामक है।
विवाद के बीच छात्रा को लेकर फैल रही अफवाहों पर भी उन्होंने स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने बताया कि छात्रा की क्लासमेट बिलकिस परवीन ने उससे बात की है और उसने कहा है कि वह पटना में ही है, कहीं बाहर नहीं गई है और जल्द ही पटना के सदर अस्पताल में जॉइन करेगी। डॉ. रहमान के अनुसार इस मामले को अनावश्यक रूप से तूल देकर सामाजिक सौहार्द को नुकसान पहुंचाया जा रहा है।






















