बिहार की राजनीति में लगातार दो दशकों से अपनी मजबूत पकड़ बनाए रखने वाले नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को एक और अंतरराष्ट्रीय सम्मान मिला है। वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, लंदन ने उन्हें भारत के ऐसे पहले नेता के रूप में मान्यता दी है, जिन्होंने 1947 से 2025 के बीच 10 बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। संस्था ने इसे भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में “अद्वितीय और असाधारण उपलब्धि” बताते हुए कहा कि यह न केवल एक नेता की व्यक्तिगत सफलता है, बल्कि पूरे राष्ट्र के लिए गौरव का विषय है।
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संस्था की ओर से जारी आधिकारिक पत्र में कहा गया कि नीतीश कुमार का यह रिकॉर्ड उनके लंबे राजनीतिक सफर, लगातार जनसमर्थन और प्रशासनिक स्थिरता की क्षमता को दर्शाता है। वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने लिखा कि यह उपलब्धि उस विश्वास का प्रतीक है जो बिहार की जनता ने हर चरण पर नीतीश कुमार को दिया। पत्र में यह भी उल्लेख किया गया कि शासन, विकास, सामाजिक कल्याण और सुशासन के प्रति उनका समर्पण आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणादायक उदाहरण बनेगा।
वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने सूचित किया है कि वे इस ऐतिहासिक उपलब्धि को अपनी प्रतिष्ठित वैश्विक सूची में दर्ज कर नीतीश कुमार को आधिकारिक प्रमाण-पत्र प्रदान करेंगे। संस्था ने इसे एक ऐसे नेतृत्व की पहचान बताया है जिसने वर्षों तक बिहार को स्थिर शासन, विकास के नए मॉडल और प्रशासनिक सुधारों की दिशा में आगे बढ़ाया।






















