पटना के विकास को नई रफ्तार देने वाली दो बेहद अहम इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं के कार्यों का आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar Inspection) ने स्थल पर जाकर निरीक्षण किया। दानापुर-बिहटा ऐलिवेटेड कॉरिडोर और शेरपुर-दिघवारा गंगा पुल दोनों ही प्रोजेक्ट्स आने वाले समय में पटना की ट्रैफिक व्यवस्था को पूरी तरह बदलने वाले हैं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ निर्माण प्रगति का जायजा लेते हुए स्पष्ट निर्देश दिया कि दोनों परियोजनाओं को समयसीमा के भीतर और निर्धारित गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए।

निरीक्षण के दौरान दानापुर-बिहटा ऐलिवेटेड कॉरिडोर को लेकर अधिकारियों ने जानकारी दी कि काम तेज़ी से आगे बढ़ रहा है और किसी भी तरह की बाधा फिलहाल सामने नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कॉरिडोर के बन जाने के बाद बिहटा से कोईलवर तक आवागमन बेहद सुगम हो जाएगा। साथ ही एनएच-922 और कोईलवर पुल से पटना शहर की कनेक्टिविटी और मजबूत होगी। मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि यह कॉरिडोर पटना को रिंग रोड, कन्हौली मोड़, एनएच-139 और एम्स गोलंबर से जोड़ने वाला प्रमुख फीडर रूट साबित होगा। इसके साथ ही यह बिहटा के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट तक पहुंच को भी आसान बनाएगा। मुख्यमंत्री ने यह भी जोड़ा कि सरकार लगातार इस प्रोजेक्ट की मॉनिटरिंग कर रही है और समय-समय पर आवश्यक दिशानिर्देश देती रही है।

इसके बाद मुख्यमंत्री शेरपुर-दिघवारा गंगा पुल के निर्माण स्थल पर पहुंचे, जहां अफसरों ने उन्हें बताया कि पुल का काम निर्धारित गति से आगे बढ़ रहा है और सभी जरूरी संसाधन राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध करा दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने उस स्थान का भी निरीक्षण किया जहां जेपी गंगा पथ की कनेक्टिविटी इस पुल से जुड़ने वाली है। उन्होंने कहा कि शेरपुर-दिघवारा पुल के तैयार होने पर पटना शहर पर ट्रैफिक का दबाव काफी कम होगा। छपरा, सीवान, गोपालगंज और हाजीपुर की ओर जाने वाले यात्रियों को अब शहर से होकर गुजरने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। इससे पटना की ट्रैफिक व्यवस्था न सिर्फ सुचारू होगी बल्कि लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचने के लिए वैकल्पिक और तेज़ मार्ग भी मिल सकेगा।

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मुख्यमंत्री के इस निरीक्षण दौरान उनके प्रधान सचिव दीपक कुमार, सचिव अनुपम कुमार, पथ निर्माण विभाग के सचिव संदीप कुमार आर. पुदुकलकट्टी, विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, सचिव डॉ. चन्द्रशेखर सिंह, पटना के जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम और वरीय पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय के. शर्मा समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। लगातार किए जा रहे इन निरीक्षणों से साफ है कि सरकार राजधानी पटना में आधुनिक, तेज़ और जाम-मुक्त यातायात व्यवस्था स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है।






















