बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar at Patna Sahib) ने शनिवार को राजधानी पटना में आस्था और विकास के दो अहम पहलुओं को एक साथ जोड़ते हुए दिन की शुरुआत की। उन्होंने सिखों के पवित्र तीर्थ तख्त श्री हरिमंदिर जी, पटना साहिब में मत्था टेककर प्रदेश की खुशहाली, सामाजिक सौहार्द और निरंतर प्रगति के लिए प्रार्थना की। गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज के जन्मस्थल पर पहुंचे मुख्यमंत्री का स्वागत तख्त श्री हरिमंदिर जी प्रबंधक कमेटी की ओर से सिरोपा भेंट कर किया गया, जो सिख परंपरा में सम्मान और आदर का प्रतीक माना जाता है।

इस धार्मिक अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ मंत्री विजय कुमार चौधरी, जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, मंत्री अशोक चौधरी समेत कई वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने दरबार में नमन करते हुए बिहार की जनता के सुख-समृद्धि, शांति और विकास के लिए कामना की। यह दौरा ऐसे समय में हुआ है जब बिहार सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक विविधता के संदेश को राष्ट्रीय स्तर पर मजबूती से प्रस्तुत कर रहा है।

आस्था के इस पड़ाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजधानी पटना में चल रही कई महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने 60 आवासीय इकाइयों और अधिकारी हॉस्टल के पुनर्विकास स्थल का दौरा कर कार्यों की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि निर्माण कार्यों में गुणवत्ता से कोई समझौता न हो और सभी परियोजनाएं तय समयसीमा के भीतर पूरी की जाएं। उनका जोर इस बात पर रहा कि सरकारी आवास और सुविधाएं न केवल आधुनिक हों, बल्कि कार्यकुशलता और पारदर्शिता का भी उदाहरण बनें।

इसके बाद मुख्यमंत्री ने बिहार म्यूज़ियम, पटना का भी दौरा किया। उन्होंने संग्रहालय परिसर के आसपास चल रहे सौंदर्यीकरण और बुनियादी सुविधाओं के उन्नयन कार्यों का जायजा लिया। बिहार म्यूज़ियम राज्य की सांस्कृतिक पहचान का अहम केंद्र है, जहां प्राचीन और मध्यकालीन कला, इतिहास और विरासत को आधुनिक प्रस्तुति के साथ प्रदर्शित किया जाता है। मुख्यमंत्री ने यहां चल रहे कार्यों को राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक मंच पर स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण बताया।






















