बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान पूरा होने के एक दिन बाद पटना की सड़कों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar Religious Visit) का नया रूप देखने को मिला। सुबह होते ही वे सीएम आवास से निकले और सीधे पटना हाई कोर्ट स्थित मजार पहुंचे। यहां उन्होंने पारंपरिक तरीके से चादरपोशी की और राज्य में अमन-चैन की दुआ मांगी। इसके तुरंत बाद उनका काफिला पटना जंक्शन स्थित प्रसिद्ध महावीर हनुमान मंदिर की ओर बढ़ा, जहां उन्होंने पूजा-अर्चना की और प्रसाद चढ़ाया।

मुख्यमंत्री यहीं नहीं रुके। उन्होंने पटना सिटी के ऐतिहासिक गुरुद्वारा में भी मत्था टेका। उनके साथ इस मौके पर मंत्री विजय चौधरी, अशोक चौधरी और जदयू के अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे। इस पूरे दौरे के दौरान मुख्यमंत्री का सादा और संयमित व्यवहार हर किसी का ध्यान खींचता रहा।
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नीतीश कुमार का यह धार्मिक दौरा कई मायनों में अहम माना जा रहा है। चुनाव परिणाम घोषित होने में कुछ ही दिन बचे हैं — 14 नवंबर को मतगणना होनी है। ऐसे समय में मुख्यमंत्री का विभिन्न धार्मिक स्थलों पर जाना जनता के बीच एक संदेश के रूप में देखा जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषक इसे नीतीश कुमार की “संतुलन की राजनीति” से जोड़कर देख रहे हैं, जहां वे धर्म, संस्कृति और सादगी का संतुलित प्रदर्शन करते हैं।
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पत्रकारों ने जब नीतीश कुमार से एग्जिट पोल के रुझानों को लेकर सवाल पूछा, तो उन्होंने मुस्कराते हुए सभी को प्रणाम किया और बिना कुछ कहे आगे बढ़ गए। उनका यह मौन जवाब सोशल मीडिया और राजनीतिक गलियारों में तेजी से चर्चा का विषय बन गया है।






















