पटना जिले के बिहटा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने आज राज्य आपदा रिस्पॉन्स बल (SDRF) के नवनिर्मित वाहिनी मुख्यालय का उद्घाटन किया। नए भवन के शिलापट्ट का अनावरण और फीता काटने के बाद मुख्यमंत्री ने पूरे परिसर का निरीक्षण किया और SDRF की तैयारियों की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने जवानों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि SDRF की भूमिका आपदा के समय जीवन रक्षक साबित होती है और इसी प्रतिबद्धता के साथ आगे भी काम करते रहना चाहिए।
बिहार अक्सर बाढ़, आगजनी, भूकंप, चक्रवात और नदी में डूबने जैसी आपदाओं का सामना करता रहा है। इन चुनौतियों को देखते हुए 2006 में आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत SDRF का गठन हुआ था। अब पटना के बिहटा में 25 एकड़ भूमि पर इसका आधुनिक मुख्यालय बनकर तैयार हुआ है। पहले अस्थायी पोटा केबिन में काम चल रहा था, लेकिन बढ़ती आवश्यकताओं और कार्यबल को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर 267.24 करोड़ रुपये की लागत से इस भव्य परिसर का निर्माण हुआ।
नए मुख्यालय में चार मंजिला प्रशासनिक भवन बनाया गया है, जिसमें आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों के लिए आधुनिक कार्यालय कक्ष हैं। तीन मंजिला प्रशिक्षण भवन में स्मार्ट क्लासरूम, पुस्तकालय, कंप्यूटर लैब और सभागार की सुविधा दी गई है। इसके अलावा, क्वार्टर मास्टर स्टोर में बड़े-बड़े भंडारण कक्ष बनाए गए हैं, जहां आपदा राहत कार्यों के उपकरण और नावें रखी जाएंगी। जवानों के लिए तीन विशाल बैरक बनाए गए हैं, जिनमें कुल 300 कर्मियों के रहने की व्यवस्था है।
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SDRF कर्मियों के लिए आवासीय फ्लैट, ऑफिसर्स मेस, गेस्ट रूम और अलग-अलग श्रेणी के अधिकारियों के लिए आवासीय भवन भी इस परिसर का हिस्सा हैं। खास बात यह है कि परिसर की छतों पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाए गए हैं, जिससे यह भवन पर्यावरण हितैषी भी बनेगा।
मुख्यमंत्री ने SDRF की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया, जहां आपदा से निपटने वाले अत्याधुनिक उपकरणों और तकनीकों का प्रदर्शन किया गया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि आपदा के समय तुरंत राहत पहुंचाने की क्षमता और भी सुदृढ़ होनी चाहिए।
इस उद्घाटन कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, जिलाधिकारी त्यागराजन एसएम और अन्य वरीय अधिकारी मौजूद रहे। इस नए मुख्यालय के साथ बिहार का आपदा प्रबंधन तंत्र और मजबूत होने जा रहा है, जो न सिर्फ राज्य बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए राहत और बचाव कार्यों में अहम योगदान देगा।