दिल्ली से वापस लौट कर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार (26 मई, 2025) को अचानक पार्टी दफ्तर पहुंच गए। उन्होंने कार्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने जदयू कार्यालय में मौजूद कार्यकर्ता और नेताओं से बातचीत की साथ ही कार्यालय में मौजूद सभी प्रकोष्ठों की स्थिति को भी देखा। मुख्यमंत्री के साध इस मौके पर जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा भी मौजूद रहे। मंत्री अशोक चौधरी भी साथ में दिखे। हालांकि कुछ ही समय रहकर नीतीश कुमार कार्यालय से वापस चले गए।
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पार्टी दफ्तर से निकलने से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास जाकर जेडीयू के एक नेता ने बड़ी मांग कर दी। जेडीयू के नेता मुन्ना चौधरी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कहा कि बिहार में ताड़ी पर जो प्रतिबंध लगा है उसे हटा दिया जाए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनकी बातों को सुना और प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा को कहा कि पूरे मामले की जानकारी लेकर मुन्ना चौधरी को उनके पास लेकर आएं।
क्या बोले जेडीयू नेता मुन्ना चौधरी?
सीएम से अपील करने के बाद मुन्ना चौधरी ने बयान देते हुए कहा कि मुझे उम्मीद है कि सीएम नीतीश कुमार इस पर जल्द ही कुछ पहल करेंगे। अगर ताड़ी से प्रतिबंध हटता है तो इसका सकारात्मक असर आगामी 2025 विधानसभा चुनाव पर पड़ेगा। मैं पार्टी में पद पर हूं और मैं आज नहीं हमेशा कहूंगा कि ताड़ी से प्रतिबंध हटना चाहिए। मुन्ना चौधरी ने आगे कहा कि पासी समाज के कई बड़े नेता पार्टी में हैं, लेकिन वह जब पासी समाज के बीच जाते हैं तो उन्हें समझा नहीं पाते। समझाने का काम सिर्फ मैं ही कर पाता हूं। अगर ताड़ी से प्रतिबंध नहीं हटा तो जो लोग इसके विरोध में हैं उसका असर चुनाव में पड़ेगा।