Nitish Government: बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था को नई ऊर्जा देने की दिशा में नीतीश सरकार ने एक और अहम कदम उठाया है। राज्य के अलग-अलग जिलों में आयुष पद्धति को सशक्त बनाने के उद्देश्य से 1284 आयुष चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए। इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सरकार केवल घोषणाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि धरातल पर वादों को पूरा करने में जुटी हुई है।
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स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बिहार सरकार ने अगले पांच वर्षों में एक करोड़ लोगों को नौकरी और रोजगार देने का जो लक्ष्य तय किया है, यह नियुक्ति उसी दीर्घकालिक रोडमैप का हिस्सा है। आयुष चिकित्सकों की नियुक्ति से न सिर्फ सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियों को मजबूती मिलेगी, बल्कि ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में इलाज की पहुंच भी आसान होगी।

मंगल पांडे ने यह भी संकेत दिए कि यह प्रक्रिया यहीं थमने वाली नहीं है। आने वाले समय में डॉक्टरों, नर्सों और अन्य मेडिकल स्टाफ की नियुक्तियों से स्वास्थ्य ढांचे को और मजबूत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार का फोकस सिर्फ आंकड़ों पर नहीं, बल्कि गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने पर है, ताकि आम जनता को बेहतर इलाज मिल सके।

अपने संबोधन में स्वास्थ्य मंत्री ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य में उद्योग, निवेश, रोजगार और सरकारी नौकरियों के क्षेत्र में एक साथ काम हो रहा है। सरकार का प्रयास है कि विकास और रोजगार दोनों साथ-साथ आगे बढ़ें और युवाओं को भविष्य की ठोस राह मिले।
कार्यक्रम के दौरान भाजपा नेता नितिन नवीन को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए मंगल पांडे ने इसे बिहार के लिए सम्मान की बात बताया। उन्होंने कहा कि केंद्र नेतृत्व द्वारा बिहार के युवा नेता पर भरोसा जताना यह दर्शाता है कि राज्य की राजनीतिक और प्रशासनिक भूमिका राष्ट्रीय स्तर पर लगातार मजबूत हो रही है।





















