बिहार में ईद-उल-फितर का त्योहार पूरे हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया। नमाज अदा करने के बाद लोगों ने गले मिलकर एक-दूसरे को बधाइयां दीं, लेकिन इस खुशी के माहौल के बीच सियासत भी खूब गर्माई। किशनगंज में ईद मिलन समारोह में शामिल हुए जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर (पीके) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर तीखा हमला बोला। उन्होंने दावा किया कि बिहार में अब नीतीश कुमार सिर्फ एक मुखौटा बनकर रह गए हैं और असल में सरकार दिल्ली से अमित शाह और अफसर चला रहे हैं।
ईदगाह में चादरपोशी, फिर सियासी वार
किशनगंज के अंजुमन इस्लामिया ईद मिलन कार्यक्रम में प्रशांत किशोर ने शिरकत की। इसके बाद क़दम रसूल स्थित मदरसा अमजदिया ईदगाह पहुंचे, जहां उन्होंने चादरपोशी की और समाज में शांति, सौहार्द और खुशहाली की दुआ मांगी। लेकिन जैसे ही वे मीडिया से मुखातिब हुए, ईद की मिठास सियासी कटाक्षों में बदल गई।
“नीतीश थक चुके हैं, अब सरकार दिल्ली से चल रही”
मीडिया से बातचीत में प्रशांत किशोर ने कहा कि “बिहार में नीतीश कुमार का इकबाल खत्म हो चुका है। वे अब शारीरिक रूप से थके हुए और मानसिक रूप से कमजोर हो चुके हैं। भाजपा ने जबरन उन्हें बिहार की जनता पर लाद दिया है। असल में बिहार की सरकार अब नीतीश नहीं, बल्कि दिल्ली में बैठे अमित शाह और कुछ चुनिंदा अधिकारी चला रहे हैं।”
वक्फ बिल पर भी उठाए सवाल
प्रशांत किशोर ने वक्फ बिल को लेकर भी नीतीश सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि “इस बिल को बिना मुस्लिम समाज की सहमति के आगे बढ़ाया जा रहा है, जो सरासर अन्याय है। जन सुराज इस बिल को वापस लेने की मांग करती है।”
उन्होंने यह भी कहा कि “अगर वक्फ कानून पास हो जाता है तो इसके लिए भाजपा से ज्यादा जिम्मेदार जदयू और नीतीश कुमार होंगे। अगर जदयू सांसद इस बिल के खिलाफ वोट देते हैं, तभी वे गांधी और लोहिया के सच्चे अनुयायी कहलाएंगे। वरना मुस्लिम समाज उन्हें माफ नहीं करेगा।”