कैमूर : बिहार की राजनीति में इस समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मुस्लिम टोपी न पहनने को लेकर घमासान तेज हो गया है। इस मुद्दे पर बयानबाजी का दौर जारी है। कांग्रेस सांसद एवं अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष इमरान प्रतापगढ़ी ने सीएम नीतीश पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने किसी धर्म के प्रतीक चिन्ह का अपमान किया है। उन्होंने कहा, “भले ही सीएम नीतीश ने टोपी न पहनी हो लेकिन वो बिहार के मुसलमानों को टोपी न पहनाएं।”
मंत्री जमा खान का पलटवार
इमरान प्रतापगढ़ी के इस बयान पर बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान ने कड़ा पलटवार किया। उन्होंने कहा कि यह सब चुनावी बयानबाजी है। “जिसे जो बोलना है बोल ले। चुनाव का माहौल है, बड़ी-बड़ी बातें करनी हैं, करना कुछ नहीं है। जिस नेता की बात हो रही है, वही नेता हैं जिन्होंने बिहार को संवारा है और देश-दुनिया में सम्मान दिलवाया है।”
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जमा खान ने आगे कहा कि नीतीश कुमार ने हमेशा सभी समाज का सम्मान किया है। “उन्होंने मेरा सम्मान किया, समाज का सम्मान किया। आप टोपी पहनो क्योंकि मेरे सर पर टोपी नहीं था। नीतीश जी हर समाज से प्यार करते हैं। जो भी भाषा बोली जा रही है, वह चुनावी भाषा है। लोग जानते हैं कि बिहार में चुनाव का माहौल है और सबका दुकान बंद हो चुका है।”






















