केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने आज 5 जून को संपूर्ण क्रांति दिवस के अवसर पर पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर तीखा हमला बोला। राय ने कहा कि “लोकतंत्र की हत्यारी कांग्रेस” ने 1975 में देश पर इमरजेंसी थोपकर संविधान की आत्मा को कुचलने का काम किया और जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में उठी संपूर्ण क्रांति की भावना को कुचलने की कोशिश की।
उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी की सरकार ने लोकतंत्र का गला घोंटने के लिए विपक्षी नेताओं को जेलों में डाल दिया और छात्र आंदोलन को दमनकारी तरीकों से कुचलने की कोशिश की, लेकिन यह आंदोलन इतना व्यापक हो गया कि कांग्रेस की सत्ता डगमगाने लगी। राय ने लालू प्रसाद यादव पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वे उस आंदोलन से निकले, लेकिन बाद में सत्ता की लालच में उन्हीं कांग्रेस की गोद में जा बैठे, जिसके खिलाफ जयप्रकाश नारायण ने लड़ाई छेड़ी थी।
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नित्यानंद राय ने आरोप लगाया कि लालू प्रसाद और उनकी पार्टी ने संपूर्ण क्रांति, लोकतंत्र और जनता के विश्वास से धोखा किया। उन्होंने कहा, “तेजस्वी यादव भी उसी कुंडली में आते हैं परिवारवाद, भ्रष्टाचार और घोटाले की राजनीति करने वालों की जमात में। बिहार की जनता अब सब कुछ समझ रही है।” तेजस्वी यादव द्वारा बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर की गई टिप्पणी पर राय ने कहा कि राज्य सरकार कार्रवाई कर रही है और कानून व्यवस्था को किसी भी हाल में टूटने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार किसी भी प्रकार की अराजकता को बर्दाश्त नहीं करेगी।
राहुल गांधी के हालिया “सरेंडर” शब्द के इस्तेमाल पर राय ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और कहा कि यह शब्द देश के जवानों के शौर्य और बलिदान का अपमान है। उन्होंने कहा कि “कांग्रेस हमेशा आतंकवादियों के सामने घुटने टेकती रही है और राहुल गांधी आज भी पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं।”