Odisha College Student Suicide: ओडिशा के बालासोर में एक 20 वर्षीय बी.एड छात्रा की आत्महत्या ने पूरे शिक्षा जगत को हिलाकर रख दिया है। छात्रा ने अपनी मौत से पहले एक विस्तृत पत्र लिखकर कालेज के विभागाध्यक्ष (HoD) समीर कुमार साहू पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए थे। हैरान कर देने वाला तथ्य यह है कि इस चेतावनी भरे पत्र के सिर्फ चार दिन बाद ही युवती ने खुद को आग लगा ली।
1 जुलाई को लिखे गए उसके पत्र में साफ तौर पर कहा गया था कि पिछले कई महीनों से B.Ed विभाग के HoD सहायक प्रोफेसर समीर कुमार साहू मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं। वे बार-बार मुझे फेल करने की धमकी देते हैं और मेरे निजी मामलों को परिवार के सामने उजागर करने की बात कहते हैं। सबसे भयावह यह कि वे लगातार यौन अनुग्रह (sexual favors) की मांग कर रहे हैं।
पीड़िता ने अपने पत्र में स्पष्ट रूप से कालेज प्रशासन को चेतावनी दी थी कि अगर उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वह आत्महत्या कर लेगी। उसने लिखा था कि मैंने बार-बार मना किया है। मैंने अपनी मानसिक शांति खो दी है और पहले भी आत्महत्या का प्रयास कर चुकी हूं। अगर कालेज प्रशासन कुछ नहीं करेगा तो HoD और कालेज प्रशासन ही मेरी मौत के जिम्मेदार होंगे।
7 जुलाई को छात्रा ने खुद को आग लगा ली। 90% से अधिक जलने के बाद उसे पहले बालासोर जिला अस्पताल और फिर AIIMS भुवनेश्वर में भर्ती कराया गया। 14 जुलाई की रात उसकी मौत हो गई। AIIMS के बर्न यूनिट ने बताया कि उन्होंने IV फ्लूइड्स, एंटीबायोटिक्स और यहां तक कि किडनी रिप्लेसमेंट थेरेपी जैसे सभी संभव उपाय किए, लेकिन उसे नहीं बचाया जा सका।
पुलिस ने HoD समीर कुमार साहू और कालेज प्रिंसिपल दिलीप घोष को गिरफ्तार कर लिया है। प्रिंसिपल पर आरोप है कि उन्होंने छात्रा की शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया। फकीर मोहन (स्वायत्त) महाविद्यालय के इस मामले ने पूरे राज्य में शिक्षण संस्थानों में छात्र सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।