नई दिल्ली: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद बैजयंत पांडा को सार्वजनिक उपक्रमों संबंधी संसदीय समिति (कमेटी ऑन पब्लिक अंडरटेकिंग्स) का अध्यक्ष नियुक्त किया है। यह नियुक्ति 1 मई 2025 से लागू हो गई है और यह समिति 2025-26 के कार्यकाल के लिए 30 अप्रैल 2026 तक कार्य करेगी।
इस समिति में लोकसभा के 15 और राज्यसभा के 7 सदस्य शामिल हैं। समिति के प्रमुख सदस्यों में श्री तरिक़ अनवर, श्रीमती रंजीत रंजन, श्री कनिमोझी करुणानिधि, श्री कौशलेंद्र कुमार, श्री बृजभूषण शरण सिंह और श्रीमती रागिनी नायक जैसे नाम शामिल हैं। समिति का मुख्य दायित्व सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों की कार्यप्रणाली की जांच करना, उनके वित्तीय प्रबंधन की समीक्षा करना और भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट्स के आधार पर इन उपक्रमों की जवाबदेही सुनिश्चित करना है।
बैजयंत पांडा ओडिशा के केंंद्रपारा से लोकसभा सांसद हैं। उन्होंने 2019 में बीजू जनता दल (बीजद) छोड़कर भाजपा का दामन थामा था और 2024 के लोकसभा चुनाव में केंंद्रपारा से जीत हासिल की। पांडा इससे पहले 2000 में राज्यसभा सांसद के रूप में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत कर चुके हैं और 2009 से 2018 तक बीजद के टिकट पर केंंद्रपारा से लोकसभा सांसद रह चुके हैं। उनकी यह नियुक्ति भाजपा में उनकी बढ़ती भूमिका और प्रभाव को दर्शाती है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, जो 2019 से इस पद पर हैं और 2024 में दोबारा चुने गए, ने इस नियुक्ति को मंजूरी दी है। ओम बिरला राजस्थान के कोटा से सांसद हैं और उन्होंने अपने कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण संसदीय समितियों का गठन किया है। प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, यह समिति सार्वजनिक उपक्रमों के संचालन में पारदर्शिता और दक्षता सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
संसद के नियमों के तहत, कमेटी ऑन पब्लिक अंडरटेकिंग्स की स्थापना 1964 में हुई थी और यह संसद की 24 वित्तीय समितियों में से एक है। यह समिति सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के प्रदर्शन को मजबूत करने और उनकी जवाबदेही सुनिश्चित करने में अहम योगदान देती है।