गांदरबल: जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज तुलमुल्ला स्थित प्रसिद्ध खीर भवानी मंदिर में पूजा-अर्चना की, जिसने क्षेत्र में सांप्रदायिक सौहार्द्र की एक मिसाल कायम की। मीडिया प्लेटफॉर्म पर जारी विडिओ में मुख्यमंत्री को मंदिर में पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ पूजा करते हुए देखा गया।
खीर भवानी मंदिर कश्मीरी हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है, और मुख्यमंत्री का इस मंदिर में पूजा करना क्षेत्र में धार्मिक एकता और सहिष्णुता की भावना को मजबूत करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम के रूप में देखा जा रहा है। वीडियो में उमर अब्दुल्ला को पुजारी के साथ पूजा की थाली लेकर मंदिर के भीतर प्रवेश करते और पूजा संपन्न करते हुए देखा गया।
इस घटना की पृष्ठभूमि में जम्मू-कश्मीर का जटिल राजनीतिक और सामाजिक इतिहास है, जहां ऐसे इशारे अक्सर समुदायों के बीच pontifical divide को पाटने की कोशिश के रूप में देखे जाते हैं। उमर अब्दुल्ला, जो नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष भी हैं, ने इससे पहले भी कई बार क्षेत्र में सांप्रदायिक सौहार्द्र को बढ़ावा देने के प्रयास किए हैं।
खीर भवानी मंदिर, जो कश्मीरी पंडितों के लिए एक संरक्षक देवी के रूप में जाना जाता है, वार्षिक मेला और तीर्थयात्रा के लिए भी प्रसिद्ध है। मुख्यमंत्री की भागीदारी ने इस घटना को और अधिक महत्वपूर्ण बना दिया है, क्योंकि यह क्षेत्र में सांस्कृतिक और धार्मिक सह-अस्तित्व को रेखांकित करता है।
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब जम्मू-कश्मीर में शांति और स्थिरता को बनाए रखने के प्रयास जारी हैं, और ऐसे इशारे सार्वजनिक धारणा और राजनीतिक dynamics को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। मुख्यमंत्री के कार्यालय से जारी बयान में कहा गया है कि यह दौरा क्षेत्र में सभी समुदायों के बीच आपसी सम्मान और सद्भाव को बढ़ावा देने की दिशा में एक कदम है।