रांची: भारत महर्षि संतो का देश रहा है और यह हमारा सौभाग्य है कि संत शिरोमणि रविदास महाराज जी की प्रेरणा को आगे बढ़ते हुए भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री सबका साथ सबका विकास और सबके विश्वास के साथ भारत को विश्व गुरु बनाने को अग्रसर है। संत शिरोमणि रविदास महाराज जी ने जात पात, छुआछूत, ऊंच नीच को भुलाकर इंसानियत के साथ समाज और देश को एक करने की प्रेरणा दी। उक्त बातें केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने संत रविदास महाराज की 648 वी जयंती के मौके पर भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि, संत रविदास महाराज जी की प्रेरणा के माध्यम से समाज के अंतिम व्यक्ति जिन्हें भारतीय जनता पार्टी प्रथम व्यक्ति मानती है उन तक विकास कार्य पहुंच रही है। वही अंग्रेजों मुगलों ने और आजादी के बाद कुछ राजनीतिक दलों ने समाज को बांट कर देश को विखंडित करने का काम किया। लेकिन भारतीय जनता पार्टी हमेशा से सभी को एकजुट कर देश को विकास की गति पर आगे बढ़ने का काम कर रही है। प्रधानमंत्री ने आयुष्मान भारत, उज्ज्वला योजन, शौचालय निर्माण एवं कई अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से समाज के बीच बनी दूरियों को कम करने का प्रयास किया है।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के माध्यम से अनुसूचित जाति समाज को आगे बढ़ाने का काम सिर्फ भारतीय जनता पार्टी ही कर रही है। भारतीय जनता पार्टी परिवारवाद को नहीं मानती बल्कि देश के 140 करोड़ जनता को ही अपना परिवार मानती है। भारतीय जनता पार्टी ने ही सफाई कर्मचारी आयोग का गठन भी किया है और संत शिरोमणि रविदास महाराज के संकल्प को पूरा करते हुए देश को नई ऊंचाइयों तक पहुंच रही है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वह संत शिरोमणि रविदास महाराज जी के संदेशों को अपने जीवन में उतारे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र राय ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी परिवार अनुसूचित जाति समाज के बीच संगठन को मजबूत करने के लिए मोर्चा के इस कार्यक्रम को आयोजित किया है। यह कार्यक्रम समाज, जीवन को प्रभावित करने का काम करेगा।उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी एकमात्र ऐसी पार्टी है जो समाज के सभी वर्ग से जुड़े महापुरुषों की जयंती को मानती है ताकि न सिर्फ हम बल्कि हमारी आने वाली पीढ़ी भी अपने उन महान जननायकों को और उनके जीवन के संघर्षों को जान सके।
उन्होंने कहा कि हाल में ही हम सभी ने सिख प्रांत के गुरु की भी जयंती मनायी है जो यह बताता है कि यह पार्टी किसी एक जाति धर्म या समाज की पार्टी नहीं बल्कि देश के 140 करोड़ जनता की अपनी पार्टी है।
उन्होंने बताया की संत रविदास जी की का जीवन 166 वर्ष का है और यह बिना किसी साधना के संभव नही हो सकता। उन्होंने कहां की भाव से ही भक्ति और शक्ति से ही साधना हो सकती है। संत रविदास ने अपना पूरा जीवन लोगों को संदेश दिया ताकि हमारा देश एकजुट रहे। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि ऐसे कार्यक्रम के जरिए खुद की मौलिकता को पहचान कर अपने जीवन में कार्य करें।
कार्यक्रम में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा कि भारत संतों और महर्षियों का देश है। यह देश सनातन संस्कृति का है। इस वर्ष महाकुंभ में पूरी दुनिया को चकित कर दिया है। 140 करोड़ की आबादी में से 50 करोड लोगों ने अभी तक महाकुंभ में डुबकी लगाई है। हमारी संस्कृति हमारा धर्म हमें कभी भी जात-पात, ऊंच नीचे, छुआछूत में विश्वास नहीं किया है। यह सब 15वीं 16वीं शताब्दी जिस शताब्दी में संत शिरोमणि रविदास जी का जन्म हुआ। उन्होंने आजीवन चर्मकार का ही कार्य किया लेकिन कभी भी मन में किसी प्रकार की कुंठा नहीं रखी तिरस्कार का भाव नहीं रखा। चर्मकार का कार्य करते हुए खुद को संसार में स्थापित कर यह संदेश दिया कि यदि मन मे लगन और भक्ति हो तो कोई भी व्यक्ति संत शिरोमणि बन सकता है।
उन्होंने कहा कि एक राजा की बेटी मीराबाई को भी संत रविदास जी की शिष्या बनने का सौभाग्य मिला और वहीं से उन्हें ज्ञान प्राप्त हुआ। उन्होंने बताया कि कैसे सिकंदर लोदी ने संत शिरोमणि रविदास जी की लोकप्रियता से घबरा कर उन्हें अपना धर्म बदलने का दबाव बनाया लेकिन रविदास जी ने कभी भी उनका धर्म नहीं अपनाया। उन्होंने कहा कि यह हमारे हिंदू समाज और सनातन धर्म का ही देन है कि हम स्वतंत्र भाव से अपना जीवन जीते हैं जबकि ऐसा किसी भी दूसरे धर्म में नहीं है।
कांके के पूर्व विधायक जीतू चरण राम ने कहा कि रविदास जी के संदेश को खुद में आत्मसात करने की जरूरत है। भारतीय जनता पार्टी समाज के हर वर्ग के लिए समान रूप से कार्य करती है। मंच के माध्यम से उन्होंने रांची संसद से आग्रह किया कि वह रांची में भी एक संत शिरोमणि रविदास जी की मंदिर का निर्माण करवाया जाए।
देवघर के पूर्व विधायक नारायण दास ने कहा कि भारत में गंगा जमुना सरस्वती की तहजीब है। देश को संतों ने बहुत कुछ दिया। उन्होंने कहा कि रामायण लिखने वाले महर्षि वाल्मीकि महाभारत लिखने वाले वेदव्यास संविधान लिखने वाले बाबा साहब भीमराव अंबेडकर संत शिरोमणि रविदास जी यह सभी अनुसूचित जाति समाज से आते हैं। इस समाज ने देश को बहुत कुछ दिया है। हमें उनके इस धरोहर को बचाने की जरूरत है संजो कर रखने की जरूरत है और उनके संदेशों को अपने जीवन में उतरने की जरूरत है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे हैं भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष किशुन दास ने संत रविदास महाराज के संदेश को आत्मसात करने पर जोर देते हुए कहा कि उन्होंने जीवनभर जात-पात और भेदभाव के खिलाफ संघर्ष किया और समाज में भक्ति भावना के माध्यम से समानता की अलख जगाई। उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं और समाज को सही दिशा दिखाते हैं। उनके जीवन से सभी को प्रेरणा लेकर समाज के उत्थान की दिशा में मिलकर कार्य करना चाहिए।
संत शिरोमणि रविदास जी की जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी झारखंड प्रदेश का मुख पत्र अंत्योदय संकल्प का पुनर्विमोचन पार्टी के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष डाॅ रवीन्द्र कुमार राय, केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री श्री संजय सेठ, पूर्व नेता प्रतिपक्ष श्री अमर कुमार बाउरी, अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्री किशुन दास….के द्वारा किया गया।पत्रिका के संपादक रविनाथ किशोर हैं।पत्रिका के संपादक रविनाथ किशोर ने बताया कि यह अंक भारतीय संविधान के 75 वर्ष की गौरवशाली यात्रा एवं संविधान निर्माता बाबासाहेब भीम राव अंबेडकर को समर्पित है।
इस समारोह में विमल बैठा एवं सैंकड़ों कार्यकर्ता पुनः पार्टी में समिलित हुये।
इस मौके पर शिवधारी राम,रंजन पासवान,प्रभात भुइँया,कमलेश राम,विमल बैठा, जोगेंद्र लाल, ख़ुदा राम, सूरज दास,राजीव राज लाल,सुनीता दास,राजेन्द्र पासवान,राकेश राम,संदीप,सुबोधकांत एवं समाज के अन्य गणमान्य उपस्थित हुए।