Amit Shah Bihar Visit: सीतामढ़ी के पुनौराधाम स्थित मां जानकी मंदिर की आधारशिला गृह मंत्री अमित शाह ने रख गई है। शिलान्यास से पहले भूमि पूजन हुआ। वैदिक मंत्रों के साथ विधि विधान से पूजा संपन्न हुई। जिसमें गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सम्राट चौधरी समेत तमाम मंत्री और साधु-संत शामिल हुए। भूमि-पूजन के बाद सभा को संबोधित करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि माता सीता की जन्मस्थली का सैकड़ों करोड़ रुपए की राशि से विकास होगा। मिथिलांचल की संस्कृति पूरे भारत की संस्कृति का गहना है।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आज का दिन शुभ है, जहां सालों पहले रामायणकाल में सूखे से परमार्जन के लिए राजा जनक ने सोने का हल चलाया था। वहीं से मां जानकी प्रकट हुई। बारिश के लिए हल चलाया था। आज मां जानकी ने मंदिर के शिलान्यास के मौके पर बारिश कर आशीर्वाद दिया है। 890 करोड़ की लागत से भव्य मंदिर बनेगा। जिसमें 137 करोड़ मंदिर पर और 638 करोड़ परिक्रमा पथ, समेत अन्य सुविधाओं पर खर्च होगा। अमित शाह ने कहा कि मैं तो बनिए का बेटा हूं, हर चीज का हिसाब लेकर आया हूं। पीएम मोदी ने बीते 6 दौरे में 83 हजार करोड़ की सौगात दी है। 2400 करोड़ से सीतामढ़ी में रेल खंड बन रहा है। 1600 करोड़ से नेशनल हाईवे पर 140 किमी लंबे खगड़िया-पूर्णिया पथ का निर्माम हो रहा है।
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ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा कि हमने पाकिस्तान के घर में घुसकर आतंकवादियों का सफाया किया। उन्होंने कहा- “भारत की सुरक्षा के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कटिबद्ध हैं। एक जमाने में कांग्रेस का शासन था तो देश भर में बम धमाके होते थे। बम धमाके करके पाकिस्तान भाग जाते थे आतंकवादी। कोई पूछने वाला नहीं होता था। मोदीजी की सरकार तो उड़ी हमले के जवाब में हमने सर्जिकल स्ट्राइक किया। पुलवामा में हमला किया तो हमने एयर स्ट्राइक किया।
पहलगाम में हमला किया तो ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादियों का सफाया किया। और यह कांग्रेस पार्टी और लालू लालू एंड कंपनी पार्लियामेंट में ऑपरेशन सिंदूर का विरोध कर रही है। मैं पूछने आया हूं मिथिलांचल वालों से कि मोदी जी को आतंकवादी को जवाब देना चाहिए या नहीं चाहिए? ऑपरेशन सिंदूर करना चाहिए या नहीं चाहिए? लालू एंड कंपनी को मालूम नहीं है कि नरेंद्र मोदी की सरकार है, भारतीय जनता पार्टी और एनडीए की सरकार है। यहां पर देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का किसी को अधिकार नहीं है।
बिहार में चुनाव आने वाला है। मैं यहां आया, उसके पहले अखबार भरे पड़े हैं कि SIR होना चाहिए या नहीं? मैं जनता से पूछना चाहता हूं कि घुसपैठियों को मतदाता सूची से निकालना चाहिए या नहीं निकालना चाहिए? चुनाव आयोग को SIR करना चाहिए या नहीं करना चाहिए? मुझे बताएं लालू प्रसाद किसे बचाना चाहते हैं? आज तक चुनाव आयोग को उनकी पार्टी ने एक भी ऑब्जेक्शन नहीं दिया। कांग्रेस पार्टी ने एक भी ऑब्जेक्शन नहीं दिया। और आप बचाना किसको चाहते हो? जो बांग्लादेश से आकर मेरे बिहार के युवाओं की नौकरी खा जाते हैं, उन्हें बचाना चाहते हो? मुझे बताओ मिथिलांचल वालो, SIR के जरिए मतदाता सूची से घुसपैठियों को निकालना चाहिए या नहीं निकालना चाहिए?