Parliament Session LIVE: संसद का मानसून सत्र आज (21 जुलाई 2025) से शुरू हो गया है। यह सत्र अगले 32 दिनों तक चलेगा। यानी मानसून सत्र का आखिरी दिन 21 अगस्त होगा। इस सत्र की 21 बैठकें होंगी। गौरतलब है कि स्वतंत्रता दिवस समारोह को लेकर 14 और 15 अगस्त को संसद की कार्यवाही नहीं होगी। सत्र की शुरुआत के साथ ही लोकसभा में विपक्ष ने जमकर नारेबाजी की है।
प्रधानमंत्री मोदी संसद के मानसून सत्र के लिए पहुंच गए हैं। मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “मानसून सत्र विजय उत्सव का सत्र है। यह एक गौरवपूर्ण सत्र है। अंतरिक्ष में तिरंगा लहराना गर्व की बात है।”पीएम मोदी ने कहा, “दुनिया ने भारत के सैन्य दमखम को देखा है। ऑपरेशन सिंदूर में सेना ने लक्ष्य हासिल किया है।”
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मानसून सत्र से पहले सहयोग और रचनात्मक बहस का आह्वान किया है। सत्र की शुरूआत में पहलगाम आतंकी हमले और अहमदाबाद प्लेन क्रैश के मृतकों को श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद ही विपक्ष ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जोरदार हंगामा शुरू कर दिया। बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण और पहलगाम हमले को लेकर विपक्ष ने हंगामा किया।
कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि मैंने पहलगाम आतंकी हमले और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद की स्थिति पर नियमों के मुताबिक सदन में नोटिस दिया है। पहलगाम आतंकी हमला 22 अप्रैल को हुआ था और उसे अंजाम देने वाले आतंकी आज तक न पकड़े गए और न मारे गए। हमने देश में एकता रखने के लिए और सेना को मजबूती देने के लिए सरकार को बिना किसी शर्त के समर्थन दिया था। ऐसे में हम सरकार से जानना चाहते हैं कि पूरी स्थिति क्या है?
पहलगाम में चूक हुई है, इस बात को खुद जम्मू-कश्मीर के LG मनोज सिन्हा ने स्वीकार किया है। CDS, सेना के उपसेना प्रमुख और एक अन्य सेना अधिकारी ने भी इस बारे में महत्वपूर्ण खुलासे किए हैं। हम चाहते हैं कि सरकार ने जो बातें पहलगाम आतंकी हमले, ऑपरेशन सिंदूर के बारे में रखीं, वे सदन में भी रखी जाएं। इसके अलावा, अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप के बयान पर भी सरकार अपना रुख स्पष्ट करे, क्योंकि उन्होंने एक बार नहीं, बल्कि 24 बार दावा किया है कि मैंने सीजफायर करवाया। ये देश के लिए अपमानजनक बात है।

वहीं संसद के बाहर कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने कहा कि जब पहलगाम में आतंकी हमला हुआ तो हमने एक विशेष सत्र की मांग की थी। हम चाहते थे कि प्रधानमंत्री सदन में आएं और विपक्ष के साथ ही पूरे देश को बताएं कि वहां क्या कार्रवाई हो रही है, इस बारे में हमने क्या किया? इसी के साथ SIR, मणिपुर, जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य देने जैसे कई जरूरी मुद्दे हैं। हम चाहते हैं कि सत्ता पक्ष इन मामलों में विपक्ष को विश्वास में लेकर चर्चा करे।

कांग्रेस सांसद नासिर हुसैन ने कहा कि हम चाहते हैं कि सदन में देश से जुड़े गंभीर मुद्दों- पहलगाम हमला, ऑपरेशन सिंदूर, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के दावे, बिहार में SIR, विदेश नीति, जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा की मांग- पर चर्चा हो। हम नियमों के दायरे में रहकर इन मुद्दों को उठाएंगे। हम चाहेंगे कि सरकार हमारे मुद्दों पर भी चर्चा करे।