वक्फ संशोधन कानून लागू होने के बाद से 70% मुस्लिम आबादी वाले किशनगंज जिले का राजनैतिक तापमान पूरी तरह बढ़ा हुआ है। राजनैतिक और धार्मिक संगठनों द्वारा धरना प्रदर्शन और जुलूस निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इस कानून को वापस लेने की मांग को लेकर तमाम राजनीतिक दलों के नेता यथा कांग्रेस, राजद, एआईएमआईएम, आजाद समाज पार्टी, जन सुराज पार्टी के नेता एक मंच पर आकर सरकार के खिलाफ गोलबंद होकर आंदोलन कर रहे है।

इसी क्रम में शुक्रवार को वक्फ प्रोटेक्शन मूवमेंट के बैनर तले पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया। जहां AIMIM विधायक सह बिहार प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तीखा हमला करते हुए कहा कि योगी आदित्य नाथ कहते हैं कि “बंगाल में आंदोलन करने वाले लोग लातों के भूत बातों से नहीं मानेंगे “लेकिन योगी आदित्यनाथ खुद लातों के भूत हैं। उन्होंने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ को सत्ता के नशे ने पागल बना दिया है।
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अख्तरुल ईमान ने कहा कि उत्तर प्रदेश में मुसलमान डरा हुआ है, उन्हें मस्जिदों में नमाज पढ़ने नहीं दिया जाता। मुसलमानों के मस्जिदों और मदरसों को बुलडोजर से गिराया जा रहा है। अख्तरुल ईमान ने आगे बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा पर ममता बनर्जी को क्लीनचिट देते हुए कहा कि जो लोग खून की होली खेलते है, लाशों पर राजनीति करते हैं, मुझे यकीन है कि उन लोगों द्वारा गहरी साजिश रचते हुए मुर्शिदाबाद में उपद्रव की घटना को अंजाम दिया गया है। अख्तरुल ईमान ने कहा कि पूरे मामले की जांच होनी चाहिए।

मालूम हो कि आगामी 20 अप्रैल को किशनगंज में बड़ी सभा का आयोजन वक्फ प्रोटेक्शन मूवमेंट के बैनर तले किया जाएगा जिसमें मुस्लिम समुदाय के लोगों से शामिल होने की अपील अख्तरुल ईमान के द्वारा की गई। पत्रकार वार्ता में राजद विधायक इजहार अस्फी, कांग्रेस विधायक इजहारुल हुसैन सहित अन्य नेता भी मौजूद थे, जिन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित वक़्फ़ संशोधन एक्ट 2025 को सख़्त लहजे में खारिज किया और इसे “काला क़ानून” बताया। उन्होंने कहा कि यह संशोधन एक्ट वक़्फ़ संपत्तियों की हिफाज़त की बजाय उसे समाप्त करने की दिशा में एक खतरनाक क़दम है।