नई दिल्ली : देश के प्रतिष्ठित सिख रागी और शबद गायक भाई हरजिंदर सिंह श्रीनगर वाले को कला के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए आज पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक भव्य समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें यह सम्मान प्रदान किया। इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्ति और कला प्रेमी उपस्थित थे।
भाई हरजिंदर सिंह पिछले 25 वर्षों से गुरबानी कीर्तन के माध्यम से सिख भक्ति संगीत को देश-विदेश में फैला रहे हैं। उन्होंने अब तक 100 से अधिक एल्बम जारी किए हैं, जिनमें लगभग 650 शबद शामिल हैं। उनकी मधुर आवाज और गुरु गोबिंद सिंह के साहिबजादों पर लिखी गईं भावपूर्ण कविताओं ने उन्हें विश्वभर में सिख समुदाय के बीच लोकप्रिय बनाया है।
भाई हरजिंदर सिंह का जन्म 1958 में पंजाब के गुरदासपुर जिले के बलारवाल गांव में हुआ था। उनके पिता भी एक रागी थे, और उन्होंने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के शहीद सिख मिशनरी कॉलेज, अमृतसर से शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में एक गुरुद्वारे में कई वर्षों तक कीर्तन किया, जिसके कारण उन्हें “श्रीनगर वाले” के नाम से जाना जाता है।
पद्मश्री पुरस्कार भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जो 1954 में स्थापित किया गया था। यह पुरस्कार कला, शिक्षा, साहित्य, विज्ञान, चिकित्सा, सामाजिक सेवा और सार्वजनिक कार्यों में विशिष्ट योगदान के लिए दिया जाता है। इस पुरस्कार के साथ, भाई हरजिंदर सिंह का नाम उन 3448 लोगों की सूची में शामिल हो गया है, जिन्हें अब तक यह सम्मान मिला है।