लंदन: ब्रिटेन की राजधानी लंदन में भारतीय समुदाय के लोग बड़ी संख्या में एकत्रित हुए और भारतीय उच्चायोग के बाहर खालिस्तानी और पाकिस्तानी प्रदर्शनकारियों के एक समूह द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन का जवाब देते हुए भारत के प्रति एकजुटता और समर्थन का प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की प्रतिक्रिया में आयोजित किया गया, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी।
भारतीय प्रवासियों ने आतंकवाद के खिलाफ नारे लगाए और पहलगाम के बाइसरण मीडो में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। इस हमले में 25 भारतीय नागरिकों और एक नेपाली नागरिक की मौत हुई थी। प्रदर्शनकारियों ने भारतीय और ब्रिटिश झंडे लहराए, साथ ही “भारत माता की जय” और “आतंकवाद मुर्दाबाद” जैसे नारे लगाए। उनके हाथों में तख्तियां थीं, जिनमें लिखा था, “हम आतंक के खिलाफ एकजुट हैं।”
यह प्रदर्शन उस तनाव का हिस्सा है जो पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ा है। हमले के बाद भारत ने सख्त कदम उठाते हुए इंडस वाटर ट्रीटी (सिंधु जल संधि) को निलंबित कर दिया और पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंधों को और कम कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान आतंकवादी समूहों को पनाह देता है, जो सीमा पार हमलों के लिए जिम्मेदार हैं।
एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “पाकिस्तान ने आतंकवाद की फैक्ट्री बना रखी है, जिसके कारण हमारे 26 लोग पहलगाम में मारे गए। हम यहां शांतिपूर्ण तरीके से इसका विरोध करने आए हैं।” वहीं, एक अन्य प्रदर्शनकारी ने दावा किया कि पाकिस्तानी प्रदर्शनकारी उनके खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहे थे। मेट्रोपॉलिटन पुलिस की भारी मौजूदगी के साथ दोनों समूहों के बीच तनाव को नियंत्रित करने के लिए कई अधिकारी तैनात किए गए थे।
पहलगाम हमला, जिसमें आतंकवादियों ने स्वचालित राइफलों और छोटे हथियारों का इस्तेमाल कर पर्यटकों पर हमला किया था, 2019 के पुलवामा हमले के बाद इस क्षेत्र में सबसे घातक हमलों में से एक माना जा रहा है। खुफिया रिपोर्टों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में 14 स्थानीय आतंकवादी पाकिस्तानी आतंकवादियों का समर्थन कर रहे हैं। इस हमले की जांच के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की एक टीम भी घटनास्थल पर पहुंची है।
यह प्रदर्शन लंदन में भारतीय और पाकिस्तानी समुदायों के बीच बढ़ते तनाव को दर्शाता है, जो पहलगाम हमले और उसके बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बिगड़ते राजनयिक संबंधों की पृष्ठभूमि में सामने आया है।