नई दिल्ली: भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने हरियाणा की एक लोकप्रिय यात्रा व्लॉगर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने और संवेदनशील सैन्य जानकारी लीक करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इस गिरफ्तारी से भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ गया है, जो हाल ही में 22 अप्रैल, 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से चरम पर है, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे।
ज्योति मल्होत्रा, जो अपने यूट्यूब चैनल ‘ट्रैवल विद जो’ और इंस्टाग्राम हैंडल ‘ट्रैवलविद्यो1’ से जानी जाती हैं, पर आरोप है कि उन्होंने पाकिस्तान उच्चायोग में एक इफ्तार डिनर में भाग लिया और पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों के साथ घनिष्ठ संबंध विकसित किए। पुलिस जांच में सामने आया है कि वह एक पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी, एहसान-उर-रहिम उर्फ़ दानिश, के संपर्क में थीं, जो दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात थे।
पहलगाम हमले से पहले की गतिविधियाँ पुलिस के अनुसार, ज्योति मल्होत्रा 2023 में पहली बार पाकिस्तान गई थीं, जहां उन्होंने लाहौर के अनारकली बाजार, कटास राज मंदिर और देश भर में बस यात्रा जैसी जगहों की वीडियो और रील्स पोस्ट की थीं। जांच में सामने आया है कि उन्होंने पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों के साथ संपर्क बनाए रखा और भारत लौटने के बाद भी संवेदनशील जानकारी साझा की, जिसमें भारतीय सेना की गतिविधियाँ और स्थान शामिल थे।
भारत-पाकिस्तान तनाव पहलगाम हमले के बाद, भारत ने 7 मई, 2025 को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान पर मिसाइल हमले किए, जिसे भारत ने आतंकवाद के खिलाफ जवाबी कार्रवाई बताया। पाकिस्तान ने इन आरोपों का खंडन किया है, लेकिन इस घटना ने दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है।
जांच और आरोप ज्योति मल्होत्रा सहित छह लोगों पर जासूसी के आरोप लगाए गए हैं। पुलिस ने दावा किया है कि उनकी गतिविधियाँ हालिया भारत-पाकिस्तान तनाव और पहलगाम हमले के समय के इर्द-गिर्द थीं। उनकी गिरफ्तारी को भारत की सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरे के रूप में देखा जा रहा है, और यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा और सीमा पार आतंकवाद के मुद्दों को फिर से उजागर कर रहा है।
प्रतिक्रियाएँ इस घटना पर भारतीय अधिकारियों ने पाकिस्तान पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है, जबकि पाकिस्तान ने इन आरोपों को खारिज किया है। इस बीच, सोशल मीडिया पर ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी और उनकी गतिविधियों पर व्यापक चर्चा हो रही है, जिसमें कई लोग उनकी दोहरी भूमिका पर सवाल उठा रहे हैं।
यह घटना भारत-पाकिस्तान के बीच लंबे समय से चली आ रही तनावपूर्ण संबंधों को और जटिल बना रही है, और राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियाँ इस मामले की गहराई से जांच कर रही हैं।