लाहौर: पाकिस्तानी सुरक्षाबलों ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के मरदान जिले में आतंकवादियों के ठिकाने पर ड्रोन हमले किए, जिसमें 12 आतंकवादी मारे गए। लेकिन इस सैन्य अभियान की आड़ में आम नागरिकों की भी जान चली गई। कई महिलाएं और बच्चे भी इस हमले की चपेट में आ गए, जिससे इलाके में अफरा-तफरी और चीख-पुकार मच गई।
खुफिया जानकारी के आधार पर हुई थी कार्रवाई
सरकारी बयान के मुताबिक, यह ऑपरेशन आतंकियों के ठिकाने की पक्की सूचना मिलने के बाद किया गया था। मरदान जिले के कटलांग के पहाड़ी इलाके में शनिवार सुबह हमला किया गया। हालांकि, बाद में यह स्पष्ट हुआ कि जिस इलाके पर बमबारी की गई, वहां आम नागरिक भी मौजूद थे।
आम नागरिकों की मौत पर बढ़ा आक्रोश
खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने आम नागरिकों के मारे जाने को दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बताया। सरकार ने पीड़ितों के परिजनों को राहत और मुआवजा देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री के सूचना सलाहकार बैरिस्टर मोहम्मद अली सैफ ने भी निर्दोष लोगों की मौत पर गहरा दुख जताया और पूरी जांच कराने का आश्वासन दिया।
स्थानीय लोगों में डर और गुस्सा
इस घटना के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल है। लोग सेना की कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं और निर्दोषों की मौत को लेकर आक्रोश जता रहे हैं। सरकार ने घायलों के इलाज और प्रभावित परिवारों की मदद का दावा किया है, लेकिन आम जनता में नाराजगी साफ देखी जा सकती है।