प्यार की कोई सीमा नहीं होती, लेकिन कानून की सीमाएं ज़रूर होती हैं। इसी कानून की सीमा को पार कर पाकिस्तानी युवती नूर खादिजा ने अपने प्रेमी सैयद हैदर से मिलने के लिए भारत में अवैध रूप से प्रवेश किया, जिसका नतीजा यह हुआ कि उसे ढाई साल तक बिहार की जेल में रहना पड़ा। अब, पटना हाईकोर्ट से उसे जमानत मिल गई है, लेकिन कई शर्तों के साथ।
कैसे शुरू हुई प्रेम कहानी?
नूर खादिजा और हैदराबाद के सैयद हैदर की प्रेम कहानी सोशल मीडिया पर शुरू हुई थी। दोनों की बातचीत धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। जब डिजिटल मुलाकातें काफी नहीं लगीं, तो नूर ने एक बड़ा फैसला लिया—अपना देश छोड़कर अपने प्रेमी के पास जाने का।
अगस्त 2022 में उसने नेपाल के रास्ते बिहार में प्रवेश करने की योजना बनाई। वह नेपाल पहुंची और वहां हैदर से मिली। दोनों ने फिर सीतामढ़ी के भिट्ठा मोड़ बॉर्डर से भारत में दाखिल होने की कोशिश की, लेकिन इससे पहले कि उनका प्यार परवान चढ़ता, एसएसबी (सशस्त्र सीमा बल) ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
प्रेमी को मिली थी जमानत, लेकिन नूर के लिए संघर्ष जारी रहा
गिरफ्तारी के बाद सैयद हैदर को 2022 में ही जमानत मिल गई, लेकिन नूर को ढाई साल तक जेल की सलाखों के पीछे इंतजार करना पड़ा। इस दौरान हैदर ने अपनी प्रेमिका की रिहाई के लिए हर संभव कोशिश की। वह खुद जमानतदार बना और उसका भाई भी कोर्ट में पेश हुआ।
पटना हाईकोर्ट ने दी जमानत, लेकिन शर्तों के साथ
काफी कानूनी लड़ाई और कागजी कार्रवाई के बाद, आखिरकार पटना हाईकोर्ट ने नूर को जमानत पर रिहा कर दिया। लेकिन कोर्ट ने स्पष्ट किया कि:
- नूर प्रेमी हैदर के साथ रह सकती है, लेकिन हर महीने स्थानीय थाना और कोर्ट में हाजिरी लगानी होगी।
- सैयद हैदर का पासपोर्ट जब्त कर लिया गया है, ताकि वह विदेश न भाग सके।