चंडीगढ़ : पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने हाल ही में पाकिस्तान के सिंध प्रांत में हुए हमले की कड़ी निंदा की है। यह हमला 20 अप्रैल 2025 को पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार में मंत्री और हिंदू नेता खील दास कोहिस्तानी पर हुआ था, जिसमें वह बाल-बाल बच गए। इस घटना को लेकर कटारिया ने कहा कि यह एक “कायरतापूर्ण हमला” है और भारत के प्रधानमंत्री से देश इसकी कड़ी प्रतिक्रिया की उम्मीद करता है।
कटारिया ने चंडीगढ़ में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा, “घटना बेहद दुखद है। यह कायरतापूर्ण हमला है। पाकिस्तान जिस भाषा में समझता है, उसी भाषा में जवाब की उम्मीद देश ने प्रधानमंत्री से लगाई है। हमें इंतजार करना होगा, लेकिन उन्हें जैसा कृत्य किया है, उससे भी सख्त जवाब मिलना चाहिए।”
यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। एक रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान ने एक सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल का परीक्षण किया, जिसे भारतीय एजेंसियों ने “मनोवैज्ञानिक युद्ध” का हिस्सा बताया। इस परीक्षण को पाकिस्तान द्वारा अपनी ताकत दिखाने और भारत को जवाबी कार्रवाई से रोकने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है।
खील दास कोहिस्तानी पर हमला सिंध के थट्टा जिले में तब हुआ, जब वह एक सरकारी परियोजना के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान मौजूद थे। इस हमले की निंदा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी की थी और उन्होंने इसकी गहन जांच का आश्वासन दिया था। हालांकि, भारत में इस घटना को लेकर गुस्सा देखा जा रहा है, और कटारिया का बयान इस बात का संकेत देता है कि भारत इस मामले में सख्त रुख अपना सकता है।
इस घटना और कटारिया के बयान ने एक बार फिर भारत-पाकिस्तान संबंधों में तनाव को उजागर कर दिया है। अब सभी की नजरें भारत सरकार की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं।