पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा के बाद अपने तीखे तेवर दिखाए। उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में सीधे तौर पर बिहार के कई केंद्रीय मंत्रियों और नेताओं पर हमला बोला। यादव ने कहा कि आज तक इन नेताओं ने बिहार में विकास की दिशा में एक भी ईंट नहीं गाड़ी, लेकिन चुनावी मंचों से बड़े-बड़े दावे जरूर करते हैं। उन्होंने विशेष रूप से गिरिराज सिंह, ललन सिंह और जीतन राम मांझी को निशाने पर लिया और सवाल दागा कि आखिर इन नेताओं ने अब तक कौन-सा ठोस काम किया है।
पप्पू यादव ने तंज कसते हुए कहा कि अगर जीतन राम मांझी में इतनी हिम्मत है, तो गया से दो फ्लाइट क्यों नहीं शुरू करवा लेते। वहीं, पूर्णिया एयरपोर्ट को लेकर हो रही राजनीतिक बयानबाजी पर उन्होंने कहा कि हवाई अड्डे का श्रेय लेने के लिए कई केंद्रीय मंत्री होड़ कर रहे हैं, जबकि अब तक किसी के हाथों एक भी शिलान्यास नहीं हुआ।
पूर्णिया मंच पर पप्पू यादव ने मोदी के कान में क्या कहा.. खुद बता दिया, हंसने लगे थे पीएम
उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री मोदी से उनकी मुलाकात सकारात्मक रही और उन्हें पीएम ने आने का न्योता भी दिया। यादव ने प्रधानमंत्री को मेमोरेंडम सौंपते हुए पूर्णिया में एम्स, एक अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम और कई अन्य महत्वपूर्ण विकास कार्यों की मांग रखी है। उनका दावा है कि अगले दो वर्षों के भीतर इन मांगों पर अमल होगा। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही प्रधानमंत्री से दोबारा मुलाकात करेंगे।
हालांकि, घुसपैठियों के मुद्दे पर उन्होंने पीएम मोदी को कठघरे में खड़ा किया। यादव ने सवाल उठाया कि पिछले 11 वर्षों में आखिर क्यों घुसपैठ रोकने के ठोस कदम नहीं उठाए गए। उनका कहना था कि चुनाव आते ही घुसपैठ का मुद्दा उठाया जाता है और जनता को गुमराह करने की कोशिश की जाती है। पप्पू यादव ने यह भी स्पष्ट किया कि सभा में औपचारिक मुलाकात के बाद उन्हें पहले से अंदेशा था कि प्रधानमंत्री मंच से राजनीतिक हमले करेंगे। इसलिए उन्होंने पहले ही मंच से उतर जाना उचित समझा।






















