पूर्णिया के नवनिर्वाचित सांसद पप्पू यादव ने 10 लाख रुपए की रंगदारी टैक्स मांगने के मामले को राजनीति से प्रेरित बताया है और इसे उनकी राजनीतिक छवि बिगाड़ने की साजिश करार दिया है। पप्पू यादव का कहना है कि यह आरोप निराधार है और इसकी सत्यता की जांच होनी चाहिए। इसके लिए वे माननीय सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग कर रहे हैं।
यादव ने इस मामले को राष्ट्र और प्रदेश स्तर पर उनकी छवि को धूमिल करने की साजिश बताया है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह मामला 2021 की बात को 2024 में फिर से बिना किसी जांच के दर्ज करना एक बड़ी साजिश की ओर इशारा करता है। उनका दावा है कि उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है और चुनाव के बाद भी उनके खिलाफ साजिश की जा रही है।
पप्पू यादव ने डीआईजी से इस मामले में कॉल डिटेल से लेकर हर पहलू पर माननीय सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग की है, ताकि सच्चाई सामने आ सके और उन्हें न्याय मिल सके। उनका कहना है कि विरोधी उनकी राष्ट्रीय स्तर पर मिल रही सम्मान को हजम नहीं कर पा रहे हैं और इसीलिए ऐसी ओछी हरकतें कर रहे हैं।