ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई ने आधिकारिक तौर पर इजरायल के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया है। ईरान और इजरायल के बीच छठे दिन भी संघर्ष जारी है। ईरान ने इजरायल पर अटैक किया है। इसके जवाब में इजरायल ने 12 जगहों पर हमला किया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजराइल-ईरान युद्ध पर बातचीत के लिए अपने शीर्ष सैन्य सलाहकारों से मुलाकात की। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने दावा किया कि अमेरिकी राष्ट्रपति तनाव कम करना चाहते हैं। यह बैठक व्हाइट हाउस सिचुएशन रूम में हुई।
ईरान और इजरायल के बीच जारी तनाव के बीच अभी पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को नसीहत दे दी है। उन्होंने एक्स पर लिखा है कि ईरान भारत का सबसे भरोसेमंद दोस्त देश है। इजराइल अमेरिका का पिट्ठू और हमारा सदैव विरोधी रहा है। ऐसे में हम ईरान और रूस जैसे मज़बूत सहयोगी छोड़कर इजरायल जैसे विरोधियों को यार बना रहे हैं। ये कैसी देशविरोधी विदेश नीति है PM साहब !
बता दें कि भारत ने ईरान और इजराइल के बीच चल रहे युद्ध के संबंध में एक संतुलित और शांति-उन्मुख रुख अपनाया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस संघर्ष को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है और दोनों देशों से तनाव बढ़ाने वाले कदमों से बचने की अपील की है। भारत ने बातचीत और कूटनीति के माध्यम से समस्या के समाधान पर जोर दिया है, साथ ही क्षेत्र में शांति और स्थिरता की आवश्यकता को रेखांकित किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बातचीत में क्षेत्र में शांति की आवश्यकता पर बल दिया।
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भारत ने यह भी स्पष्ट किया है कि वह न तो इजराइल के पक्ष में है और न ही ईरान के, बल्कि शांति और कूटनीतिक समाधान के पक्ष में है। विदेश मंत्रालय ने दोनों देशों में रह रहे भारतीय नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है, जिसमें सतर्क रहने और स्थानीय सुरक्षा निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है। भारत के इस रुख का आधार दोनों देशों के साथ उसके मैत्रीपूर्ण संबंध हैं। भारत ने मध्यस्थता की पेशकश की है और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए सहयोग करने की इच्छा जताई है।
भारत का ईरान और इजरायल दोनों ही देश से संबंध अच्छे हैं। क्योंकि भारत दोनों देशों से तालमेल अच्छा रखता है। भारत इजरायल के बीच रक्षा उपकरण, रसायन, खाद और इलेक्ट्रॉनिक सामान का व्यापार मुख्य तौर पर होता है। वहीं, ईरान और भारत के बीच तेल, रसायन, नमक, फल और सीमेंट का व्यापार मुख्य तौर पर होता है।