बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था एक बार फिर सवालों के घेरे में है। मुजफ्फरपुर में 9 वर्षीय नाबालिग के साथ दुष्कर्म और फिर इलाज में लापरवाही के चलते हुई मौत के बाद प्रदेश की सबसे बड़ी सरकारी मेडिकल यूनिवर्सिटी PMCH (पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल) की कार्यप्रणाली पर विपक्ष ने तीखे हमले शुरू कर दिए हैं। कांग्रेस नेता और पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव ने PMCH के अधीक्षक आई.एस. ठाकुर को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं और बार-बार मिल रहे सेवा विस्तार को लेकर सरकार से जवाब मांगा है।
पप्पू यादव का ट्वीट – ‘सेवा विस्तार के नाम पर माफियागिरी?’
पप्पू यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा है कि “PMCH में क्या माफियागिरी है कि यहां के अधीक्षक आई एस ठाकुर रिटायर होने के बाद तीन-तीन बार सेवा विस्तार पाकर उसी पद पर कायम हैं? उनकी पत्नी कम्युनिटी मेडिसिन विभाग में हैं, बेटी माइक्रोबायोलॉजी विभाग में, और दामाद LNJP में हैं। यह पूरा सिस्टम पारिवारिक नेटवर्क की तरह चल रहा है। क्या यह 5500 करोड़ की PMCH पुनर्निर्माण परियोजना में हो रही लूट को छिपाने का तरीका है?”
PMCH और SKMCH में कार्रवाई के बावजूद सवाल बरकरार
नाबालिग की मौत के बाद राज्य सरकार ने SKMCH मुजफ्फरपुर की अधीक्षक डॉ. कुमारी बिभा को सस्पेंड किया और PMCH के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. अभिजीत सिंह को पद से हटा दिया। स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि पीएमसीएच के उपाधीक्षक ने अपनी जिम्मेदारियों का पालन नहीं किया और यह उनकी प्रशासनिक विफलता को दर्शाता है। लेकिन पप्पू यादव का सवाल यह है कि “मुख्य अधीक्षक पर अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई?