राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू यादव के अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी से निकाल दिया। राजद प्रमुख के इस फैसले के बाद बिहार की सियासत गरमा गई है। लालू यादव के फैसले के बाद तेजस्वी यादव और रोहिणी आचार्य ने भी तेज प्रताप का साथ नहीं दिया। इस बीच अकेले पड़े तेजप्रताप को पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव का साथ मिला है। रविवार को मीडिया से बात करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि तेज प्रताप ने सच को स्वीकार किया है। उन्होंने परिवार को नहीं बरगलाया। उन्होंने यहां तक कहा कि लालू परिवार को भी सच्चाई स्वीकार करनी चाहिए।
पूर्णिया में पत्रकारों से बातचीत के दौरान पप्पू यादव ने कहा कि लालू यादव को यह बात समझनी होगी कि उनके पुत्र ने ईमानदारी से अपने प्रेम को दुनिया के सामने स्वीकार किया है। तेज प्रताप ने सच्चाई को नहीं छिपाया। उन्होंने सामने आकर कहा कि वह 12 साल से अनुष्का यादव से प्यार करते हैं। उनके माता-पिता को इस सच्चाई को स्वीकार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर हम लोग आलोचना और राजनीति के डर से सच को स्वीकार नहीं करेंगे तो यह गलत होगा।
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पप्पू यादव ने लालू यादव के फैसले पर कहा कि लालू यादव की राजनीतिक महत्वाकांक्षा हो सकती है। उन्होंने पहले अपने राजनीतिक दोस्त दारोगा बाबू के परिवार में अपने बेटे की शादी की। उका परिवार अच्छा है। उनकी लड़की अच्छी है। लेकिन अभी दोनों का मामला कोर्ट में चल रहा है। तेज प्रताप ने कुछ छुपाया नहीं है। उसने प्यार किया है, ऐसे में लालू यादव ने इतनी बड़ी कार्रवाई बेटे पर कर दी।
हकीकत है कि ऐसे नेता करीब सभी पार्टियों में हैं, जिन पर कई तरह के आरोप हैं। कहां कोई पार्टी निकाल दे रही है। राजद के ही कुछ नेता पर दुष्कर्म के आरोप हैं। तेज प्रताप ने प्रेम को शादी में बदल दिया है। सभी चीजों में राजनीति नहीं होती है, ऐसी सच्चाई को मैं धन्यवाद देता हूं।”