बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून लागू होने के बावजूद अवैध शराब की तस्करी और बिक्री थमने का नाम नहीं ले रही। इससे भी ज्यादा चिंताजनक है कानून के रखवालों — यानी पुलिस बल पर हमले की बढ़ती घटनाएं। रविवार शाम ललमटिया थाना पुलिस को पासी टोला में अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई के दौरान महिलाओं की संगठित पत्थरबाजी का सामना करना पड़ा, जिसमें 9 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
20 लीटर शराब जब्त, विरोध में हमला
पुलिस को सूचना मिली थी कि पासी टोला में एक तस्कर के घर में देशी शराब का स्टॉक रखा गया है। छापेमारी में जब 20 लीटर देसी शराब बरामद हुई और पुलिस ने गिरफ्तारी की कोशिश की, तो आसपास की महिलाएं इकट्ठा होकर विरोध करने लगीं। कुछ ही देर में विरोध पत्थरबाजी में बदल गया।
तीन पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जबकि छह अन्य को हल्की चोटें आईं।
डीएसपी राकेश कुमार के नेतृत्व में पहुंची भारी पुलिस फोर्स
घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी-2 राकेश कुमार, नाथनगर इंस्पेक्टर राजीव रंजन सिंह और ललमटिया थानाध्यक्ष बड़ी संख्या में फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। करीब दस महिला और पुरुषों को हिरासत में लिया गया है। देर रात तक पुलिस की पूछताछ जारी रही। पहले भी इसी इलाके में अवैध शराब की बरामदगी हो चुकी है।
बढ़ते हमले और कमजोर कानून व्यवस्था
बिहार में शराबबंदी कानून लागू है, लेकिन शराब माफिया कानून को चुनौती देते नजर आ रहे हैं। तस्कर महिलाओं को ढाल की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। पुलिस पर हमले अब बार-बार हो रहे हैं — शनिवार रात भी दिलदारपुर में हमला हुआ था।