पटना : बिहार की सियासत में शुक्रवार का दिन बेहद गर्म रहा। दरभंगा में महागठबंधन की वोट अधिकार यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ की गई कथित अपमानजनक टिप्पणी के वीडियो के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पटना स्थित कांग्रेस कार्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। देखते-ही-देखते यह विरोध हिंसक झड़प में तब्दील हो गया, जहां भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच पत्थरबाज़ी और हाथापाई हुई।
भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस लगातार प्रधानमंत्री का अपमान कर रही है और जनता की भावनाओं को आहत करने की साजिश रच रही है। वहीं कांग्रेस का कहना है कि यह पूरा विवाद भाजपा द्वारा जानबूझकर खड़ा किया गया है ताकि महागठबंधन की यात्रा से जनता का ध्यान भटकाया जा सके। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने साफ कहा कि यह टिप्पणी उनके किसी कार्यकर्ता की नहीं, बल्कि भाजपा के एजेंट द्वारा कराई गई है ताकि सियासी लाभ उठाया जा सके। जनता सब देख रही है और पूरा देश भाजपा की गुंडागर्दी देख रही है।
कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी भाजपा और चुनाव आयोग पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि जिस आयोग को निष्पक्ष होना चाहिए था, वह आज भाजपा के पक्ष में काम कर रहा है। राहुल गांधी ने इस संबंध में सारे तथ्य देश के सामने रख दिए हैं, इसी वजह से भाजपा बौखलाई हुई है। वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने इस मामले में जांच की मांग करते हुए कहा कि कांग्रेस का कोई भी कार्यकर्ता प्रधानमंत्री या उनके परिवार पर अपशब्द नहीं कह सकता।
इस बीच कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने पटना की झड़प को लोकतंत्र का काला दिन करार दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस ने मिलकर कांग्रेस कार्यालय पर हमला किया, गेट तोड़े और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को घायल किया। तिवारी ने कहा कि पुलिस मूकदर्शक बनी रही और भाजपा ने संपत्ति को नुकसान पहुंचाया।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने दरभंगा में महागठबंधन के एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी वाले एक वायरल वीडियो पर कहा, “यह बयान किसने दिया या किसका यह बयान है, इसकी जांच होनी चाहिए। कांग्रेस का कोई व्यक्ति नहीं चाहेगा कि प्रधानमंत्री या उनके निजी परिवार पर अपशब्द कहे जाएं। यह कांग्रेस की संस्कृति नहीं है। कार्रवाई कीजिए।” पटना में भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प पर उन्होंने कहा, “उनका(भाजपा) काम यही रह गया है। सरकार में रहते हुए वे इस तरह का प्रदर्शन कर रहे हैं। हमारी लड़ाई मतदाताओं के लिए है। हम इस बात को किसी भी तरह से स्वीकार नहीं करेंगे कि गुजरात से मतदाताओं से यहां लाकर पंजीकृत किया जाए और बिहार के मतदाताओं का नाम काटा जाए। चुनाव आयोग और सरकार पक्षपाती रूप से काम कर रहे हैं।
कांग्रेस कार्यकर्ता डॉ. आशुतोष ने आरोप लगाया कि यह पूरा घटनाक्रम सरकार की संलिप्तता से हुआ है। उन्होंने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि वे भाजपा के दबाव में गलत नीतियां अपना रहे हैं और विपक्ष को दबाने की कोशिश कर रहे हैं।






















