राजधानी पटना के श्रीकृष्णापुरी इलाके में पुलिस ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है, जो खुद को CBI अधिकारी और सेना का जवान बताकर लोगों को ठग रहा था। ये शातिर अपराधी चेकिंग के दौरान न केवल आम नागरिकों को, बल्कि पुलिसकर्मियों को भी अपना शिकार बना रहे थे।
फिल्मी स्टाइल में लूट का प्लान
इस गिरोह का तरीका बिल्कुल फिल्मी था। गैंग के सदस्य बॉलीवुड फिल्मों से प्रेरित होकर नकली CBI अधिकारी बनते थे और बाकी सदस्य फर्जी सेना की वर्दी पहनकर उसका सहयोग करते थे। ये लोग खासकर चेकपोस्ट पर तैनात उम्रदराज पुलिसकर्मियों को डराकर लूट और ठगी करते थे। पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी अक्सर CBI और सेना की आड़ में ‘धौंस और भ्रम’ का माहौल बनाकर वारदात को अंजाम देते थे।
गिरफ्तारी और बरामदगी: SIT की बड़ी सफलता
SDPO साकेत कुमार के अनुसार, 10 मई को शिवपुरी अंडरपास के पास एक व्यक्ति से लूट के बाद SIT का गठन किया गया। छानबीन के बाद शनिवार को चिरैयाटांड़ पुल के पास एक अपराधी पकड़ा गया, जिसकी निशानदेही पर बाकी दो की गिरफ्तारी अगमकुआं शीतला मंदिर इलाके से हुई।
गिरफ्तार अपराधियों से बरामद सामग्री:
- 2 पिस्टल
- 1 देसी कट्टा
- जिंदा कारतूस
- सेना की वर्दी
- फर्जी CBI ID कार्ड
- बाइक
गिरोह की पहचान और नेटवर्क
पुलिस के अनुसार यह 5 लोगों का गैंग है, जिसमें से तीन गिरफ्तार किए जा चुके हैं:
- प्रतिम कुमार – पचगछिया, सहरसा
- अरविंद कुमार – लालगंज, वैशाली (गैंग का सरगना)
- नीतीश कुमार – धनरूआ, पटना
अरविंद कुमार खुद को CBI का स्पेशल ऑफिसर बताकर लूट की वारदातों को अंजाम देता था। दो अन्य अपराधी अभी भी फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी जारी है।