पटना की सड़कों पर सोमवार को एक बार फिर किसान आंदोलन (Kisan Protest Patna) का ग़ुस्सा साफ दिखाई दिया। संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले सैकड़ों किसान जब मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच कर रहे थे, तभी डाकबंगला चौराहे पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया। प्रदर्शन का नेतृत्व बक्सर से राजद सांसद और किसान नेता सुधाकर सिंह कर रहे थे। किसानों का आरोप है कि बिहार सरकार जबरन उनकी ज़मीन का अधिग्रहण कर रही है और इसके बदले उन्हें 2014 की दर से मुआवज़ा दिया जा रहा है, जबकि उनकी मांग है कि मौजूदा बाज़ार मूल्य के हिसाब से भुगतान किया जाए।

किसानों का जत्था बुद्धा पार्क से पटना जंक्शन होते हुए डाकबंगला चौराहे तक पहुंचा। इस दौरान जैसे ही किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश की, पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। दोनों पक्षों के बीच धक्का-मुक्की और झड़प की स्थिति बन गई। फिलहाल पटना जंक्शन और डाकबंगला की ओर जाने वाले रास्तों को पुलिस ने पूरी तरह से ब्लॉक कर दिया है। पूरे इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है ताकि हालात बेकाबू न हों।
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सुधाकर सिंह ने आरोप लगाया कि नीतीश सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही है और यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार उनकी जमीन का उचित मूल्य नहीं देती। किसानों का कहना है कि अगर सरकार अधिग्रहण करना चाहती है तो उन्हें आज की बाजार दर पर मुआवज़ा देना होगा, न कि 10 साल पुरानी दरों पर।





















