Patna Job Scam: बिहार की राजधानी पटना में नौकरी दिलाने के नाम पर चल रहे एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। जक्कनपुर थाना पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर मीठापुर स्थित एक होटल में छापेमारी की और गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया। जांच में सामने आया कि यह गिरोह अभ्यर्थियों को सरकारी नौकरी दिलाने का लालच देकर करोड़ों रुपये ऐंठ रहा था। इंजीनियर की भर्ती के लिए 50 लाख और शिक्षक बहाली के लिए 15 लाख रुपये की डील तय की जाती थी। वहीं एएनएम परीक्षा के लिए छह लाख और टीईटी पास कराने के लिए दो लाख रुपये तक वसूले जाते थे।
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पुलिस को होटल के कमरे से 23 अभ्यर्थियों के मूल शैक्षणिक प्रमाणपत्र, कई बैंकों के ब्लैंक चेक और दस्तावेज मिले हैं। गिरोह की कार्यप्रणाली बेहद संगठित पाई गई है। अभ्यर्थियों से मोटी रकम वसूलने के बाद उनके मूल प्रमाणपत्र अपने पास रख लिए जाते थे ताकि वे पीछे न हट सकें। रकम की बाकी किस्त के लिए उनसे साइन किया हुआ चेक लिया जाता था। काम पूरा होने पर कागजात लौटाने का झांसा दिया जाता था।
जांच के दौरान गिरफ्तार आरोपित अजय कुमार सिन्हा ने पुलिस को बताया कि सभी प्रमाणपत्र समस्तीपुर निवासी उदय कुमार झा उर्फ अविनाश के कहने पर रखे गए थे। पुलिस ने 23 अगस्त को उदय कुमार को उसके घर से हिरासत में लेकर पूछताछ की। उसने स्वीकार किया कि परीक्षाओं में अभ्यर्थियों की मदद के लिए परीक्षा केंद्र तक मैनेज किए जाते थे। हालांकि अब तक किसी उम्मीदवार को पैसे लेकर नौकरी दिलाए जाने के ठोस सबूत नहीं मिले हैं।
इस मामले में पुलिस को कई बैंकों के हस्ताक्षर किए हुए चेक भी मिले हैं, जबकि कुछ चेक खाली थे। इससे साफ है कि गिरोह ने वसूली की गारंटी के लिए कई तरह की तैयारी कर रखी थी। अब तक की जांच में 15 और लोगों के नाम सामने आए हैं, जिनकी तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।


















